बुढ़ापा आने से पहले जरुर घूम लेना भारत की ये खूबसूरत जगहें, वरना बुढ़ापे में करेंगे अफसोस

दार्जिलिंग की टाइगर हिल्स जिसे अपनी ऊँचाई और सुबह के समय होने वाले भव्य सूर्योदय के लिए जाना जाता है
 

दार्जिलिंग की टाइगर हिल्स जिसे अपनी ऊँचाई और सुबह के समय होने वाले भव्य सूर्योदय के लिए जाना जाता है पर्यटकों के लिए एक अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करती है। यहाँ से कंचनजंगा की बर्फीली चोटियों के साथ-साथ माउंट एवरेस्ट का भी मनोरम दृश्य देखा जा सकता है जो इसे और भी खास बनाता है। इस अद्वितीय स्थान का आनंद लेने के लिए अक्सर पर्यटक तड़के ही यहां पहुँच जाते हैं।

अस्सी घाट

वाराणसी के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक अस्सी घाट, गंगा नदी के किनारे स्थित है जहाँ प्रतिदिन सुबह और शाम को भव्य गंगा आरती का आयोजन किया जाता है। यहाँ का वातावरण भक्ति और श्रद्धा से भरपूर होता है जो श्रद्धालुओं को एक अद्भुत आध्यात्मिक अनुभव मिलता है।

हैवलॉक द्वीप

हैवलॉक द्वीप जो अंडमान द्वीप समूह का हिस्सा है विशेष रूप से अपने राधानगर बीच के लिए मशहूर है। यहाँ के समुद्र तट सुंदर और शांत हैं और नीले साफ पानी में विभिन्न प्रकार के समुद्री जीवन का दर्शन होता है जो इसे स्नॉर्कलिंग और स्कूबा डाइविंग के लिए आदर्श स्थान बनाते हैं।

डल झील

श्रीनगर की डल झील जिसे कश्मीर की शान कहा जाता है अपनी हाउसबोट्स, शिकारे की सवारी और चारों ओर फैले सुरम्य परिदृश्य के लिए जानी जाती है। यहां की शांत और सुंदर प्राकृतिक सेटिंग पर्यटकों को विश्राम और शांति मिलती है।

उमलिंग ला पास

लद्दाख में स्थित उमलिंग ला पास, दुनिया का सबसे ऊंचा मोटरेबल पास है। यह स्थान अपने अनोखे एडवेंचर्स ट्रेवल एक्सपीरियंस के लिए प्रसिद्ध है जहां बाइक राइडर्स और ट्रेकिंग के शौकीन लोग अक्सर यहाँ की यात्रा करते हैं।

कालसुबाई

महाराष्ट्र की सबसे ऊंची चोटी, कालसुबाई, ट्रेकिंग के शौकीनों के लिए एक लोकप्रिय स्थल है। इसकी ऊंचाई 1646 मीटर है और यहां की प्राकृतिक सुंदरता और साहसिक यात्रा प्रेमियों को बेहद आकर्षित करती है।

चंद्र ताल झील

हिमाचल प्रदेश में स्थित चंद्र ताल झील हिमालयी प्राकृति की अनमोल धरोहर है। इसकी स्वच्छता, प्राकृतिक सुंदरता और आध्यात्मिक शांति के लिए मशहूर इस झील का दृश्य अपने आप में भक्ति भावना को जगाने वाला है।