ब्लेड का आविष्कार तो बहुत बाद में हुआ उससे पहले कैसे करते थे शेविंग, जाने किस जुगाड से की बनाई जाती थी दाढ़ी मूंछ

हम इंसान आदिमानव के समय से शेविंग करते आ रहे है। हालांकि उस समय तो कोई शेविंग मशीन या शेविंग ब्लेड भी नही था। दाढ़ी बढ़ जाने में बाद पुरुषों को शेविंग की जरुरत होती है।
 

हम इंसान आदिमानव के समय से शेविंग करते आ रहे है। हालांकि उस समय तो कोई शेविंग मशीन या शेविंग ब्लेड भी नही था। दाढ़ी बढ़ जाने में बाद पुरुषों को शेविंग की जरुरत होती है।

पहले के समय में तो हमारी तरह आधुनिक उपकरण जैसे रेजर,इलेक्ट्रिक शेवर भी नही थे। पर सोचिए जब ये उपकरण नही थे तब पुरूष शेविंग कैसे करते थे, नही पता है तो चलिए जानते है। 

क्या है, फ्लिंट स्टोन

पहले जब कोई शेविंग उपकरण नही थे तो लोग फ्लिंट स्टोन को घिस कर धारदार बना लेते थे। उपयोग के आधार पर इन पत्थरो को धारदार बना लिया जाता था। पहले लोग दाढ़ी के बाल इसलिए काटते थे।

उस ताकि बालों पर गंदगी जमा न हो बालो में।पसीना जमा ना हो सके। कई सारे आदिवासी लोग आज भी इस प्राचीन पद्धति का इस्तेमाल करते है।

अनचाहे बाल निकालने का प्राचीन तरीका 

पहले लोग अपने शरीर के अनचाहे बालों को सीपियों की मदद से हटाते थे। लोग दो सीपियों आपस में मिला कर एक चिमटी बना लेते थे और इसे अनचाहे बाल निकालते थे। क्लैमशैल का इस्तेमाल भी अनचाहे बाल निकालने में किया जाता है।

कास्य युग 

मानवीय सभ्यता का जब विकास हुआ का तोकांस्य युग (Bronze Age) में पहुंचा। वहां इंसान ने धातु का इस्तेमाल करना सीखा, और  धातु से कई सारे उपयोगी सामान बनाया। धातु के औजार पत्थरों के मुकाबले ज्यादा मजबूत होते है।

शरीर के अनचाहे बालों को हटाने के लिए धातुओं से अलग-अलग उपकरण और औजार बनाए। शेविंग के लिए मानव द्वारा बनाई गई ये वस्तुएं और औजार मिस्त्र के मकबरों में मिले है। मिस्त्र में पहले किसी की मौत हो जाने के बाद उनकी वस्तुएं भी उनके साथ दफन कर दी जाती थी।