Business Idea: एकबार डीजल का पौधा लगाने के बाद सालों तक होगी बंपर कमाई, जाने कैसे होती है खेती और कितना आएगा खर्चा
खेती से बढ़िया पैसे कमाने के लिए हमें वो फसल लगाना चाहिए, जो बहुत कम लोग लगाते हैं तथा उसकी डिमांड हो। इस तरह के फसल से हमें मुनाफा ज्यादा होता है। आज के दौर में अधिकतर किसान मेहनत तो करते हैं, लेकिन वो कुछ ज्यादा दिमाग का इस्तेमाल नहीं करते हैं। इस वजह से उनकी आय अच्छी नहीं हो पाती है।
देश के बहुत सारे किसान परेशान है, क्योंकि वो चाहकर भी अपने फसल से अच्छी इनकम नहीं कर पा रहे हैं। इसी वजह से आज हम इस लेख में एक ऐसे पौधे के बारे में बात करने जा रहे हैं जिसे एक बार उगाया जाए तो उसकी मदद से 5 सालों तक इनकम की जा सकती है। इसके अलावा उस पौधे से अच्छी कमाई भी होती है।
खेत में लगाए जेट्रोफा का पौधा
भारत में बहुत कम ऐसे किसान है जो अपने खेत में जेट्रोफा का पौधा लगाते हैं। इसे रतनजोत और डीजल के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि इस पौधे की मदद से डीजल बनाया जाता है। इसी वजह से जेट्रोफा की मांग तेजी से बढ़ रही है। जो किसान इस पौधे की खेती कर रहे हैं वो इसकी मदद से अच्छी इनकम कर रहे हैं।
रतनजोत की सबसे अच्छी बात यह है कि इसे उस जगह पर भी उगाया जा सकता है जहां की जमीन बंजर है। भारत तथा दुनिया में डीजल की कीमत में तेजी से इजाफा हो रहा है जिस वजह से सरकार भी चाहती है कि ज्यादा से ज्यादा किसान जेट्रोफा का पौधा अपने खेत में लगाए।
रतनजोत एक अच्छी बात यह भी है कि साल में कभी भी उगाया जा सकता है तथा इसे एक बार लगाने के बाद अगले 5 सालों तक उससे इनकम की जा सकती है। इस वजह से किसानों के लिए ये पौधा फायदेमंद साबित होता है।
जेट्रोफा के पौधे से डीजल कैसे निकलता है
जेट्रोफा के पौधे की खेती उस क्षेत्र में की जाती है जो सूखा हुआ हो। इस पौधे में लगने वाले फल के अंदर बीज मौजूद होता है जिससे तकरीबन 25-30 प्रतिशत डीजल निकाला जाता है।
इसके अलावा जो भी उसके अवशेष बच जाते हैं उसकी मदद से बिजली उत्पन्न किया जाता है। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि जेट्रोफा पौधे की खेती करना कितना ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है।
जेट्रोफा के बीज की बढ़ रही है मांग
इन दिनों डीजल तथा पेट्रोल की कीमत में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है, इस वजह से सरकार चाहती है कि अधिक से अधिक किसान जेट्रोफा की खेती करें। ताकि उससे निकलने वाले बीज की मदद से डीजल का निर्माण किया जा सके।
यदि आप एक हेक्टेयर जमीन में इसकी खेती करते हैं तो आपको उससे 8-10 क्विंटल का उत्पादन होगा। यदि आप सरकार के हाथों इसकी बीच बेचते हैं तो वो आपको 1200 रुपये प्रति क्विंटल की दर से पैसा देगी। वहीं बाजार में इसे 1800 से 2500 रुपये के बीच में प्रति क्विंटल की दर से बेचा जा सकता है।