मई महीने की इस तारीख से शुरू होने जा रही है चारधाम यात्रा, अबकी बार श्रद्धालुओं को मिलेगी ये खास सुविधा

चारधाम यात्रा जो कि हिन्दू धर्म की चार पवित्र तीर्थ स्थलों की यात्रा है। इस वर्ष 10 मई से शुरू हो रही है। इस यात्रा में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं के लिए खुशखबरी यह है कि इस बार से बद्रीनाथ के लिए भी हेलीकॉप्टर सेवाएं शुरू की गई हैं।
 

चारधाम यात्रा जो कि हिन्दू धर्म की चार पवित्र तीर्थ स्थलों की यात्रा है। इस वर्ष 10 मई से शुरू हो रही है। इस यात्रा में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं के लिए खुशखबरी यह है कि इस बार से बद्रीनाथ के लिए भी हेलीकॉप्टर सेवाएं शुरू की गई हैं। जिससे यात्रा की सुविधा और भी बढ़ गई है।

गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट भी इसी दिन खुलेंगे और बद्रीनाथ धाम के दरवाजे 12 मई को खोले जाएंगे। चारधाम यात्रा 2023 की तैयारियां और व्यवस्थाएं श्रद्धालुओं के लिए सुगम और सुरक्षित यात्रा का वादा करती हैं। यात्रा के दौरान इन नई सुविधाओं और व्यवस्थाओं का लाभ उठाते हुए। श्रद्धालु अपनी आस्था को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकेंगे।

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आस्था पथ का निर्माण और मार्ग की विशेषताएं

बद्रीनाथ धाम के लिए नया 'आस्था पथ' बनाया गया है, जो कि साकेत तिराहे से अलकनंदा किनारे तक फैला है। यह नया मार्ग लगभग 100 मीटर लंबा है और पुराने ध्वस्त रास्ते का विकल्प है।

इसके अतिरिक्त बामणी गांव से बद्रीनाथ धाम तक करीब 300 मीटर का एक और नया रास्ता विकसित किया जा रहा है। जिससे यात्रा और अधिक सुगम और सुरक्षित हो जाएगी।

धाम के आसपास की नई व्यवस्थाएं

बद्रीनाथ धाम के आसपास के होटल, धर्मशाला और आवासीय मकानों को हटा दिया गया है ताकि यात्रा और आसपास के क्षेत्र को अधिक व्यवस्थित और स्वच्छ बनाया जा सके। इसके अलावा उत्तराखंड के प्रशासन और बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (BKTMC) ने मंदिर की साज-सज्जा और सफाई के लिए विशेष प्रबंध किए हैं।

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श्रद्धालुओं के लिए प्रतिबंधित दर्शन की संख्या

पिछले वर्षों में बढ़ती भीड़ को देखते हुए इस बार चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं की संख्या पर भी सीमा लगाई गई है। उत्तराखंड पुलिस और पर्यटन विभाग के अनुसार एक दिन में केदारनाथ में 15 हजार, बद्रीनाथ में 16 हजार, यमुनोत्री में 9 हजार और गंगोत्री में 11 हजार तीर्थयात्री ही दर्शन कर सकेंगे।

इससे यात्रा के दौरान व्यवस्था बनाए रखने में मदद मिलेगी और श्रद्धालुओं को भी आरामदायक और सुरक्षित अनुभव प्रदान किया जा सकेगा।