भारत में इस जगह केवल 30 रुपए प्रति किलो खरीद सकते है काजू-बादाम, यहां से सस्ते में खरीदकर मोटा मुनाफा कमाते है लोग

हम सभी जानते हैं कि ड्राई फ्रूट्स जैसे काजू, बादाम, अखरोट और किशमिश स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी होते हैं.
 

हम सभी जानते हैं कि ड्राई फ्रूट्स जैसे काजू, बादाम, अखरोट और किशमिश स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी होते हैं. ये न केवल कमजोरी को दूर करते हैं, बल्कि आंखों की रोशनी, दिमाग की शक्ति और याददाश्त में भी सुधार करते हैं. हालांकि इनकी कीमतें इतनी अधिक होती हैं कि आम आदमी इन्हें खरीदने से पहले दो बार सोचता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में एक ऐसी जगह भी है जहां इन सूखे मेवों की कीमत इतनी कम है कि आलू-प्याज के बराबर महसूस होती है?

झारखंड का जामताड़ा

झारखंड के जामताड़ा जिले को "काजू नगरी" (cashew city of Jamtara) के नाम से जाना जाता है. यहां काजू-बादाम के दाम इतने कम हैं कि दिल्ली, मुंबई जैसे बड़े शहरों में भी सुनकर हैरानी होती है. स्थानीय बाजारों में, जहां काजू 900-1000 रुपये प्रति किलो बिकते हैं, वहीं जामताड़ा में सड़क किनारे 30-40 रुपये प्रति किलो काजू मिल जाते हैं.

जामताड़ा में सस्ते ड्राई फ्रूट्स का कारण

जामताड़ा के नाला गांव में करीब 50 एकड़ जमीन पर काजू के बड़े-बड़े बागान (cashew orchards in Jamtara) हैं, जहां स्थानीय लोग काजू की खेती करते हैं. यहां के लोग इन सूखे मेवों को बिना किसी प्रोसेसिंग के सीधा बाजार में बेचते हैं, जिससे कीमतों में कमी आती है. झारखंड की उपराजधानी दुमका में भी काजू की खेती बड़ी मात्रा में होती है.

किसानों को नहीं मिलता उचित मुनाफा

संथाल परगना प्रमंडल में भी काजू की खेती होती है, लेकिन यहां के किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य (low profit for cashew farmers) नहीं मिल पाता. जामताड़ा में प्रोसेसिंग प्लांट की कमी के कारण किसानों को अधिक मुनाफा नहीं होता और वे बिचौलियों को सस्ते दाम पर बेचने को मजबूर होते हैं.

जामताड़ा में ड्राई फ्रूट्स खरीदने का सही समय

अगर आप झारखंड की यात्रा पर हों तो जामताड़ा में जरूर जाएं. यहां पर आपको सस्ते दामों पर काजू-बादाम मिल सकते हैं (cheap cashews and almonds in Jamtara). इस मार्केट में आकर आप भारी छूट पर ड्राई फ्रूट्स खरीद सकते हैं, जिससे आपकी सेहत के साथ-साथ जेब का भी ध्यान रखा जा सकता है.

झारखंड में काजू-बादाम की खेती के विकास की जरूरत

झारखंड में काजू-बादाम की खेती का भविष्य (future of cashew farming in Jharkhand) उज्ज्वल हो सकता है, लेकिन इसके लिए प्रोसेसिंग यूनिट्स की स्थापना जरूरी है. प्रोसेसिंग यूनिट्स लगने से किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिलेगा और वे भी मुनाफा कमा सकेंगे. इसके साथ ही स्थानीय व्यापार को बढ़ावा मिलेगा और राज्य के अर्थव्यवस्था में भी सुधार आएगा.