DA Hike: महंगाई भत्ते में इजाफा होने से केंद्रीय कर्मचारियों की हुई मौज, अब बैंक खाते में आएँगे इतने पैसे
केंद्रीय कर्मचारियों को खुशखबरी मिली है। महंगाई भत्ता का नंबर पक्का है। कर्मचारियों को अब 50 प्रतिशत महंगाई भत्ता मिलेगा। लेबर ब्यूरो ने AICPI इंडेक्स जारी किया है। इंडेक्स का दावा है कि महंगाई भत्ता लगभग पचास प्रतिशत कन्फर्म हो गया है।
महंगाई भत्ता 4% बढ़ा
इसके बावजूद, इंडेक्स में हल्की गिरावट दर्ज की गई है। लेकिन इसके बावजूद महंगाई भत्ता कम नहीं हुआ है। महंगाई भत्ता पचास प्रतिशत पार कर गया है। ये लगातार चौथी बार है कि महंगाई भत्ता 4% बढ़ा है।
1 जनवरी 2024 से केंद्रीय कर्मचारियों को 50 प्रतिशत महंगाई भत्ता भुगतान किया जाएगा। ये दिसंबर AICPI इंडेक्स के आंकड़ों से साफ़ हैं। दिसंबर में, इंडेक्स 0.3 अंक गिरकर 138.8 अंक पर रहा। हालाँकि, इससे महंगाई भत्ते के आंकड़े में कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं हुआ।
महंगाई भत्ता अनुमानित 50 प्रतिशत से अधिक हो गया। अब महंगाई भत्ता 50.28% है। लेकिन सरकार दशमलव 0.50 से कम हैं, इसलिए पचास प्रतिशत ही अंतिम होगा। 4% का इजाफा होना तय है।
बढ़ा हुआ DA का लाभ कब मिलेगा?
अब 50% महंगाई भत्ता मिलेगा। लेकिन अभी यह घोषणा नहीं होगी। चुनावी वर्ष होने से इसे मंजूरी दी जाएगी, तारीखों का ऐलान होने से पहले। महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में होगी।
सरकार इसका ऐलान अक्सर मार्च में होली के आसपास करती है। इस बार भी इसे मार्च में मंजूरी दी जा सकती है। लेकिन कर्मचारियों को 1 जनवरी 2024 से इसका लाभ मिलेगा। मतलब 1 जनवरी से नया महंगाई भत्ता लागू हो जाएगा। इसके अलावा, जनवरी और फरवरी के एरियर के साथ मार्च की सैलरी में भुगतान भी हो सकता है।
50 प्रतिशत के बाद DA=0 हो जाएगा
केंद्रीय कर्मचारियों को जनवरी 2024 से 50% डीए मिलेगा। लेकिन इसके बाद महंगाई भत्ता कम हो जाएगा। इसके बाद महंगाई की गणना शून्य से शुरू होगी। 50 प्रतिशत विकास अनुदान (डीए) कर्मचारियों की मूल सैलरी में जोड़ा जाएगा। मान लीजिए, किसी कर्मचारी की न्यूनतम बेसिक सैलरी 18 हजार रुपये है, तो उसकी सैलरी में पचास प्रतिशत (नौ हजार रुपये) जोड़ा जाएगा।
जीरो को महंगाई भत्ता क्यों बनाया जाएगा?
जब भी नया वेतनमान लागू होता है, कर्मचारियों को DA मिलता है, जो उनके मूल वेतन में जोड़ा जाता है। जानकारों का कहना है कि कर्मचारियों का शत-प्रतिशत डीए मूल वेतन में जोड़ा जाना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं होता। वित्तीय स्थिति परेशान करती है। लेकिन,
2016 में ऐसा किया गया था। 2006 में छठे वेतनमान में दिसंबर तक 187 प्रतिशत DA मिल रहा था। डीए का पूरा हिस्सा मूल वेतन में मर्ज किया गया था। इसलिए छटा वेतन 1.87 था। तब नए वेतन बैंड और ग्रेड वेतन भी बनाए गए। इसके बावजूद, इसे देने में तीन वर्ष लगे।