धरती की इन जगहों पर गर्मी के रूप में बरसती है मौत, 5 मिनट बाहर रहने पर यमराज के दर्शन होना तय
भारत में दिनों-दिन हर जगह पारा बढ़ता जा रहा है. दिन के समय घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. रात को भी कोई खासा आराम लोगों को नहीं मिल रहा है. लेकिन अगर भारत की इस गर्मी से आप परेशान हो गए हैं, तो आज हम आपको ऐसी 5 जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां की स्थिति तो भारत से कई गुना ज्यादा बुरी है.
इन जगहों पर इतनी गर्मी पड़ती है कि कुछ ही देर बाहर रहने से जान पर बन आती है. ये जगहें बेहद गर्म हैं और मात्र पांच मिनट बाहर बिताने पर इंसान की तबियत खराब हो जाती है.
इस लिस्ट में शामिल है कैलिफोर्निया की डेथ वैली. जैसा कि नाम से ही क्लियर है कि मौत का इस जगह से पुराना रिश्ता झाई. यहां हमेशा चालीस के ऊपर ही पारा रहता है. इसका नाम डेथ वैली एक ख़ास कारण से पड़ा है. दरअसल, 10 जुलाई 1913 को इस जगह रिकॉर्ड गर्मी पड़ी थी.
उस दिन यहां का तापमान 56.7 डिग्री हो गया था. इस जगह गर्मी पड़ने का एक ख़ास कारण है. दरअसल, यहां की घाटियों में ही गर्म हवा फंसकर रह जाती है. इस वजह से तापमान बढ़ जाता है.
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लीबिया के अल अजीजिया को उसके गर्मी के कारण जाना जाता है. यहां वैसे तो पारा चालीस के ऊपर ही रहता है लेकिन 13 सितंबर 1922 को यहां 58 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया था. लेकिन इस बात की पुष्टि विश्व मौसम संगठन नहीं करता है.
उसका कहना है कि उस समय कोई यंत्र नहीं था जिससे तापमान को मापा जाता. लेकिन वहां रहने वाले लोगों ने ऐसी ही बातें बताई और इसी के आधार पर ये बात कही जाती है.
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अफ्रीका का सहारा रेगिस्तान भी इस लिस्ट में शामिल है. यहां का औसत तापमान 35 से 42 रहता है. सालभर में यहां काफी कम बारिश होती है. इस जगह का रिकॉर्ड तापमान 76 डिग्री मापा गया था. इसे दुनिया का सबसे गर्म रेगिस्तान भी कहते हैं.
ईरान के लुट रेगिस्तान में भी भीषण गर्मी पड़ती है. इसे यूनेस्को के वर्ल्ड हेरिटेज साइट में भी शामिल किया गया है. यहां ना तो आपको कोई पेड़-पौधे नजर आएंगे ना जल्दी कोई जीवजंतु दिखेंगे. यहां इतनी गर्मी ही पड़ती है कि कोई भी चीज यहां सर्वाइव नहीं कर पाती. 2003 से 2010 के बीच यहां का औसत तापमान 70.7 डिग्री मापा गया था. इतनी गर्मी में कोई कैसे जिंदा रह सकता है.
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लिस्ट में चीन का फ्लेमिंग माउंटेन भी शामिल है. ये जगह शिनजियांग प्रांत के तियान शान के लाल सैंडस्टोन की पहाड़ियों पर स्थित है. इस पहाड़ पर तापमान पचास के ऊपर चला जाता है. 2008 में तो यहां का टेम्प्रेचर 66.8 तक चला गया था.
अमेरिका के सोनोरन रेगिस्तान का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है. यहां का औसत तापमान 46 डिग्री के ऊपर ही जाता है. साथ ही यहां कैक्टस के कुछ जहरीले पौधे भी है. इस जगह पर सर्वाइव कर पाना काफी मुश्किल है.