दिल्ली में प्रदूषण के चलते स्कूल छुट्टी को लेकर ताजा अपडेट, जाने प्रशासन का निर्णय

वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में राज्य सरकारों को निर्देश दिया है कि उन्हें 12वीं कक्षा तक की कक्षाएं और कॉलेजों के सत्र हाइब्रिड मोड में चलाने होंगे.
 

School Closed: वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में राज्य सरकारों को निर्देश दिया है कि उन्हें 12वीं कक्षा तक की कक्षाएं और कॉलेजों के सत्र हाइब्रिड मोड में चलाने होंगे. हाइब्रिड मोड में छात्र ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से पढ़ सकते हैं और वायु प्रदूषण जैसी बाहरी परिस्थितियों का मुकाबला करने में सहायता मिलती है. 

सुप्रीम कोर्ट का निर्देश और CAQM की पहल

25 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने वायु गुणवत्ता पैनल को निर्देश दिया था कि वह दिल्ली और आसपास के इलाकों में स्कूली शिक्षा के लिए भौतिक कक्षाओं को फिर से शुरू करने पर विचार करें, खासकर तब जब वायु प्रदूषण के कारण इन्हें बंद कर दिया गया था (Air Quality and School Reopening). CAQM ने इस पर कार्रवाई करते हुए हाइब्रिड मोड की सिफारिश की ताकि शिक्षा में व्यवधान न पड़े और छात्रों की सुरक्षा भी सुनिश्चित हो सके. 

दिल्ली-एनसीआर में कक्षाएं और उनका प्रबंधन

सीएक्यूएम के अनुसार, दिल्ली और एनसीआर के अन्य जिलों में भी इसी तरह के निर्देश दिए गए हैं. इसमें गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद, और गौतम बुद्ध नगर शामिल हैं जहाँ स्कूलों को भी हाइब्रिड मोड (Hybrid Mode Implementation) में संचालित करने की अनुमति है. यह निर्णय छात्रों के स्वास्थ्य और उनकी अध्ययन सुविधा को ध्यान में रखकर लिया गया है. 

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शिक्षण संस्थानों में परिवर्तन की दिशा

हाइब्रिड मोड न केवल प्रदूषण की समस्या के समाधान के लिए एक कदम है बल्कि यह आधुनिक शिक्षण पद्धतियों को अपनाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण पहल है (Modern Education Practices). इससे शिक्षकों और छात्रों दोनों के लिए नई संभावनाएं खुलती हैं और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होता है.