यूपी के इस जिले में सड़क किनारे वाहन खड़ा करने की मत करना भूल, वरना भरना पड़ेगा भारी जुर्माना

नगर निगम ने शहर की सड़कों पर अवैध पार्किंग को लेकर बड़ा फैसला लिया है। 13 मार्च को हुई कार्यकारिणी समिति की बैठक में निजी अस्पतालों और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों द्वारा सड़क की साइड पटरी का उपयोग पार्किंग के रूप....
 

नगर निगम ने शहर की सड़कों पर अवैध पार्किंग को लेकर बड़ा फैसला लिया है। 13 मार्च को हुई कार्यकारिणी समिति की बैठक में निजी अस्पतालों और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों द्वारा सड़क की साइड पटरी का उपयोग पार्किंग के रूप में करने पर शुल्क लगाने का प्रस्ताव पारित हुआ है।

इस पहल का मुख्य उद्देश्य सड़क की साइड पटरी का अवैध उपयोग रोकना और नगर निगम की आय बढ़ाना है। नगर निगम के इन नए प्रस्तावों से शहर के नागरिकों को एक सुव्यवस्थित स्वच्छ और सुरक्षित शहर की उम्मीद है।

अवैध पार्किंग और अवैध व्यापारिक गतिविधियों पर नियंत्रण से न केवल शहर की सुंदरता में वृद्धि होगी बल्कि यातायात और खाद्य सुरक्षा में भी सुधार होगा। नगर निगम के ये कदम नागरिकों के हित में उठाए गए हैं और इससे शहर के विकास में एक नई दिशा मिलेगी।

निजी पार्किंग पर नगर निगम की कसी नकेल

बैठक में यह तय किया गया कि जिन निजी अस्पतालों और प्रतिष्ठानों द्वारा सड़क की साइड पटरी पर बहुतायत में वाहन खड़े किए जाते हैं उनसे पार्किंग शुल्क वसूला जाएगा। यह फैसला शहर के यातायात प्रबंधन में सुधार लाने और सार्वजनिक सड़क संपत्ति के अवैध उपयोग को रोकने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

मीट कारोबारी भी आएंगे नियमों के दायरे में

नगर निगम ने मीट कारोबारियों पर भी नजर डाली है। बिना लाइसेंस वाले मीट विक्रेताओं की जांच की जाएगी और उन्हें लाइसेंस प्राप्त करने के लिए कहा जाएगा। इसके अलावा जिन विक्रेताओं के पास लाइसेंस है उनकी जांच यह देखने के लिए की जाएगी कि वे अपने लाइसेंस के अनुसार ही मीट बेच रहे हैं या नहीं। यह कदम शहर में स्वच्छता और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में उठाया गया है।

नगर निगम की आय में वृद्धि की आशा

इन प्रस्तावों के लागू होने से नगर निगम की आय में वृद्धि की आशा है। यह न केवल नगर निगम को आर्थिक रूप से मजबूत करेगा बल्कि शहर में अवैध अतिक्रमण और अवैध व्यवसायिक गतिविधियों पर लगाम लगाने में भी मदद करेगा।