भूलकर भी सड़क पर नो पार्किंग एरिया में मत खड़ी करना अपनी गाड़ी, वरना गाड़ी से धोना पड़ सकता है हाथ, जाने नए 3 नियम
इस साल ट्रैफिक नियमों से लेकर गाड़ी बेचने से जुड़े नियमों के साथ गाड़ियों की कीमतों में भी बदलाव किया गया है। ऐसे में आप गाड़ी लेकर बाहर निकल रहे हैं या गाड़ी खरीदने का प्लान बना रहे हैं, तब आपको इन सभी नियमों के बारे में पता होना चाहिए।
इन सभी के साथ, पुरानी गाड़ियों को स्क्रैप करने का सिलसिल भी शुरू होने वाला है। यानी आपकी गाड़ी 15 साल पुरानी और इसे ट्रैफिक पुलिस ने पकड़ लिया तब आपकी गाड़ी सीधे स्क्रैप में भेजी जा सकती है। तो चलिए इसी साल 1 अप्रैल 2023 से लागू हुए सारे ट्रैफिक नियमों के बारे में जानते हैं।
स्क्रैप पॉलिसी लागू लागू होगी
इसी साल 1 अप्रैल से BS6 फेज 2 लागू हुआ था। इसी साल केंद्र सरकार ने स्क्रैपीज पॉलिसी के तहत 15 साल पुरानी गाड़ियों को अनिवार्य तौर पर डिस्पोज करने का भी आदेश दे दिया था। ये प्राइवेट व्हीकल और सरकारी गाड़ियों के साथ होगा।
15 साल पुरानी गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया जाएगा। इसे आप सरकार की ओर से रजिस्टर्ड स्क्रैप सेंटर में ले जा कर दे सकते हैं। यहां पर कार स्क्रैप करने के साथ ही आपको सर्टिफिकेट दिया जाएगा।
आपको नई कार खरीदने के दौरान सब्सिडी मिलेगी। रजिस्ट्रेशन अमाउंट में भी छूट मिलेगी। यूपी में 15 साल पुराने वाहन को कबाड़ किया जाएगा। इस कबाड़ की कीमत 22 रुपए प्रति किलो के हिसाब से कीमत मिलेगी।
कार खरीदना हुआ महंगा
इस साल कई कार कंपनियों की कारों के खरीदने महंगा हो चुका है। इसमें देश की सबसे बड़ी और सबसे ज्यादा कार बेचने वाली कंपनी मारुति सुजुकी भी शामिल है। कंपनी के मुताबिक यह मूल्य वृद्धि सामान्य मुद्रास्फीति के दबावों के साथ-साथ RDE नॉर्म्स की वजह से है।
कीमत बढ़ने वाली लिस्ट में होंडा कार्स, मर्सिडीज-बेंज, टाटा मोटर्स और हीरो मोटोकॉर्प सहित कई कार कंपनियां शामिल हैं। इसके अवाला कुछ टू-व्हीलर कंपनियां के मॉडल खरीदना भी महंगा हो गया है। ज्यादातर कंपनियों का कहना है कि इंजन में बदलाव और रॉ मटेरियल के चलते गाड़ियां महंगी हुई हैं।
ट्रैफिक नियमों में भी हुआ बदलाव
दिल्ली NCR में अब ट्रैफिक रूल्स तोड़ने का जुर्माना सीधे अकाउंट से कट जाएंगे। ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट ने कहा है कि दिल्ली में प्राइवेट बसों और मालवाहकों के लिए सख्त लेन नियम इसी साल 1 अप्रैल से लागू हों चुके है। अगर कोई इन नियमों का उल्लंघन करने और गलत लेन में गाड़ी चलाता हुआ मिलेगा तो उसे तगड़ा जुर्माना देना होगा।
ये जुर्माना उसकी सैलरी से सीधे वसूला जाएगा। कुछ नियमों का उलंघन करने पर 10,000 रुपए तक का जुर्माना या 6 माह तक की कैद भी हो सकती है। नियमों को तोड़ने वालों के ऊपर मोटर व्हीकल एक्ट 1988 की धारा 192-A के तहत मुकदमा चलाया जाएगा।