ज़बानी की इन ग़लतियो के कारण लड़कियाँ अपने पति को नही कर पाती खुश, मजबूर होकर मर्द दूसरे औरतों से बढ़ाते है नज़दीकियाँ

आचार्य चाणक्य ने अर्थशास्‍त्र, कूटनीति, राजनीति ही नहीं बल्कि व्‍यवहारिक जीवन से जुड़ी कई अहम बातें भी बताई हैं। चाणक्‍य नीति में लिखी गईं बातें अच्‍छी सेहत, सुखी-सफल जीवन, खुशहाल रिश्‍तों, साधन संपन्‍न जीवन और अपार धन पाने में मदद करती हैं।
 

आचार्य चाणक्य ने अर्थशास्‍त्र, कूटनीति, राजनीति ही नहीं बल्कि व्‍यवहारिक जीवन से जुड़ी कई अहम बातें भी बताई हैं। चाणक्‍य नीति में लिखी गईं बातें अच्‍छी सेहत, सुखी-सफल जीवन, खुशहाल रिश्‍तों, साधन संपन्‍न जीवन और अपार धन पाने में मदद करती हैं।

इसके अलावा वे अच्‍छी सेहत के बारे में महत्‍वपूर्ण सलाह देती हैं। आचार्य चाणक्‍य आयुर्वेद के भी ज्ञाता थे, उन्‍हें स्‍वस्‍थ रहने के कुछ अचूक मंत्र बताए हैं। आज शरीर के लिए बेहद जरूरी चीज पानी को लेकर आचार्य चाणक्‍य की विशेष सलाह के बारे में जानते हैं। 

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ऐसा पानी जहर है 

आचार्य चाणक्य ने चाणक्‍य नीति में पानी को लेकर लिखा है कि पानी हमेशा सही समय पर पीना चाहिए क्‍योंकि गलत समय पर पिया गया पानी जहर के समान है। आचार्य चाणक्‍य कहते हैं कि भोजन करने के तुरंत बाद पिया गया पानी जहर के समान होता है। यह हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाता है। भोजन के पाचन में गड़बड़ी पैदा करता है। 

पानी पीने का सही समय 

आचार्य चाणक्य कहते हैं कि भोजन करने के आधा से एक घंटे बाद पिया गया पानी शारीरिक बल बढ़ाता है। वहीं भोजन के पचने के बाद पिया गया पानी सबसे उत्‍तम होता है और यह शरीर के लिए दवा की तरह काम करता है।

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वहीं भोजन के बीच एक-दो घूंट पानी पीना बहुत अच्‍छा होता है। लेकिन भोजन के दौरान और भोजन के तुरंत बाद ढेर सारा पानी पीना सेहत को खराब कर देता है।