इस डर के कारण मुगल बादशाह अपनी बेटियों को रखते थे कुंवारी, मर्दों की चाहत के बिना ही जिंदगी गुजारने को थी मजबूर

मुगल बादशाह अकबर की सबसे लोकप्रिय बात थी कि उनकी 300 पत्नियां थीं।
 

मुगल बादशाह अकबर की सबसे लोकप्रिय बात थी कि उनकी 300 पत्नियां थीं। सिर्फ 35 बेगमों को ही पत्नियों का अधिकार मिला था। इनमें सबसे लोकप्रिय थी अजमेर के राजपूत शासक राजा भारमल की पुत्री जोधाबाई।

कई बेगमों को रखने का रिवाज मुगल साम्राज्य के शुरुआत करने वाले बाबर से हुई थी. 9 बेगमों वाले बाबर ने शुरू की गई परंपरा पीढ़ी दर पीढ़ी चली गई।मुगल साम्राज्य के बादशाह हर उस औरत को बेगम बना सकते थे, जो उसे पहली नजर में भा जाए, लेकिन शहजादियों के मामले में ऐसा बिल्कुल नहीं था.

शहजादी की शादी को लेकर अलग थी सोच

इतिहास में मुगलों की कई शहजादियां कुंवारी रह गईं। कुछ औरत भी शादी कर चुकी थीं, लेकिन उनके पास मुगलों के बराबर साम्राज्य या गौरवशाली इतिहास नहीं था। यही कारण था कि मुगलों की शहजादियों के पति को किसी बड़ी रियासत से कोई संबंध नहीं रहा।

ऐसा में सवाल उठता है कि हिन्दुस्तान से लेकर विदेशों तक अपना लोहा मनवाने वाले मुगल आखिर अपनी बेटियों की शादी किसी बड़े राजा या अपने कद के बादशाह से क्यों नहीं करते थे. इसका जवाब शाहजहां और उनकी बेटी जहांआरा के उदाहरण से समझा सकता है.

मुगलों के कई राजों को दिखाने वाले इतालवी लेखक मनूची कहते हैं कि शाहजहां ने सोचा था कि अगर शहजादी किसी बड़े राजा से शादी करेगी तो मुगल साम्राज्य में उसके पति की हिस्सेदारी बढ़ेगी। ऐसे में साम्राज्य विभाजित हो जाएगा। यदि कोई कम हैसियत वाला व्यक्ति अपनी बेटी से शादी करता है तो उसके कद में इजाफा होगा। भारत में उसकी गरिमा बढ़ जाएगी।यह विचार बाबर और शाहजहां के बादशाहों में भी था।

एक ऐसा ही एक मामला सामने भी आया था. अकबर की बहन के शौहर शरीफुद्दीन ने मुगल गद्दी को हासिल करने का सपना देखा. उसने मुगल साम्राज्य को हासिल करने के लिए अकबर पर जानलेवा हमला किया, हालांकि वो अपनी योजना में सफल नहीं हो सका.

शहजादी के पति से सल्तनत को खतरा

मुगलों का मानना था कि शहजादी का विवाह मुगल सल्तनत को चुनौती दे सकता है। साम्राज्य टूट सकता है। रियासत बिखर सकती है और वर्चस्व समाप्त हो सकता है. इसलिए मुगलों की कुछ बेटियों की शादी परिवार के ही लोगों से हुई।

कुछ शहजादी इतने बड़े थे कि उनके लायक शौहर नहीं मिल पाया। जैसे शाहजहां की बेटी जहांआरा। वह इतिहास की सबसे अमीर शहजादी कहलाईं, लेकिन ताउम्र कुंआरी रहीं। ऐसे कई मामले इतिहास में दर्ज हैं।इतिहासकारों का कहना है कि मुगलों की बेटियां किसी पुरुष से प्यार नहीं करती थीं, इसलिए उन पर नजर रखी जाती थीं। किन्नर नजर रखते थे।