अगले महीने की एक तारीख से बिजली  हो जायेगी और महंगी, जाने प्रति यूनिट के हिसाब से कितने बदनेगे दाम

मौजूदा समय में ज्यादातर ऐसे लोग हैं जो कि बिजली के सस्ता होने का इंतजार कर रहे होंगे। लेकिन अब आपको काफी बड़ा झटका लगने वाला है। दरअसल ये राज्य सरकार बिजली की दरों में इजाफा कर दिया है।
 

मौजूदा समय में ज्यादातर ऐसे लोग हैं जो कि बिजली के सस्ता होने का इंतजार कर रहे होंगे। लेकिन अब आपको काफी बड़ा झटका लगने वाला है। दरअसल ये राज्य सरकार बिजली की दरों में इजाफा कर दिया है। जी हां त्रिपुरा राज्य बिजली निगम लिमिटेड ने बिजली की दरों में काफी इजाफा कर दिया है।

इसा बार बिजली की दरों में तकरीबन 5 से 7 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। एक अधिकारी ने इस बारे में लोगों को जानकारी दी है। बता दें बिजली की नई दरें 1 अक्टूबर 2023 से प्रभावी हो जाएंगे। कभी लाभ कमाने वाली सरकारी ईकाई रही TSECL को फाइनेंशियल ईयर 2021-22 के समय कुल 280 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है।

इस चालू फाइनेंशियल ईयर के पहले तीन महीनों में इसे 80 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। इससे पहले TSECL ने बिजली दरों में पहले 2014 में बदलाव किया था बहराल पूर्वोत्तर राज्य में करीब 10 लाख बिजली कंज्यूमर्स हैं।

काफी विचार के बाद हुआ फैसला

TSECL के प्रबंध निदेशक देबाशीष सरकार ने PTI से कहा कि सभी चीजों पर विचार करने के बाद और त्रिपुरा राज्य बिजली नियामक आयोग (TERC) के साथ में सलाह होने के बाद ही बिजली दरों में 5 से 7 फीसदी का इजाफा किया गया है।

बिजली की कीमतों का बढ़ने का कारण

अब सवाल ये उठता है कि बिजली की कीमतों में इजाफा क्यों हुआ है। इसका मुख्य कारण गैस की कीमत में कीमतों में इजाफा होना है। बीते कुछ सालों में लगभग 196 फीसदी की दर से इजाफा हुआ है।

इस बारे में सरकार ने दी जानकारी

वहीं सरकार ने इसको लेकर कहा कि पहले TSECL गैस आधारित बिजली प्रोडक्शन इकाइयों को चलाने के लिए हर महीने गैस कीी कीमतों पर 15 करोड़ रुपये का खर्च हुआ है।

लेकिन अब ये बढ़कर 35 करोड़ से 40 करोड़ रुपये मासिक हो गया है। ऐसे में बिजली की कीमतों में इजाफा होने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है।