ड्राइविंग लाइसेंस घर पर रह गया हो तो भी नही कटेगा चालान, बस अपने स्मार्टफोन में कर ले ये छोटा सा काम

यदि आप अपने वाहन के साथ यात्रा कर रहे हैं और अचानक आपको याद आता है कि आपने अपने वाहन के जरूरी दस्तावेज़ घर पर ही छोड़ दिए हैं तो यह स्थिति आपके लिए परेशानी का सबक बन सकती है।
 

यदि आप अपने वाहन के साथ यात्रा कर रहे हैं और अचानक आपको याद आता है कि आपने अपने वाहन के जरूरी दस्तावेज़ घर पर ही छोड़ दिए हैं तो यह स्थिति आपके लिए परेशानी का सबक बन सकती है। भारतीय यातायात नियमों के अनुसार वाहन चलाते समय उसके मुख्य दस्तावेज़ जैसे कि ड्राइविंग लाइसेंस, वाहन पंजीकरण प्रमाणपत्र, प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र आदि साथ में रखना अनिवार्य होता है। इन्हें न रखने पर चालान कटने का खतरा बना रहता है।

डिजीलॉकर ऐप

डिजीलॉकर ऐप एक ऐसी डिजिटल सुविधा है जो आपको इन सभी दस्तावेजों को डिजिटल रूप में सहेजने की सुविधा प्रदान करती है। यह ऐप सरकार द्वारा समर्थित है और इसमें सहेजे गए दस्तावेज़ों को कानूनी मान्यता प्राप्त है। इसे Google Play Store या Apple App Store से डाउनलोड कर सकते हैं और यह सिर्फ 19 एमबी की जगह लेता है। डाउनलोड करने के बाद, बस आपको अपने आवश्यक दस्तावेज इसमें अपलोड करने होते हैं और आपकी डिजिटल प्रतिलिपि तैयार हो जाती है।

ट्रैफिक पुलिस की जांच पड़ताल के दौरान

जब कभी ट्रैफिक पुलिस आपको रोके और आपसे दस्तावेज़ मांगे तो आपको केवल अपने स्मार्टफोन में मौजूद डिजीलॉकर ऐप खोलना है और उसमें दस्तावेज़ दिखाने हैं। इस ऐप को सरकारी मान्यता प्राप्त होने के कारण ट्रैफिक पुलिस इसे सबूत के रूप में स्वीकार करती है और आपको चालान से छूट मिल सकती है। इस तरह यह ऐप न केवल आपको चालान से बचाता है बल्कि आपके दस्तावेज़ों को सुरक्षित रखने में भी मदद करता है।

डिजिटलीकरण के फायदे

डिजिटलीकरण के युग में, डिजीलॉकर जैसे ऐप्स न केवल सुविधाजनक हैं बल्कि ये पर्यावरण के प्रति भी जागरूकता दिखाते हैं। कागज़ के उपयोग में कमी आने से पेड़ों की कटाई में भी कमी आती है और प्रदूषण का स्तर भी नीचे जाता है। इस प्रकार डिजीलॉकर ऐप का उपयोग करना न केवल आपके लिए बल्कि हमारे पर्यावरण के लिए भी लाभकारी है।