होशियार लोग भी नही बता पाएंगे फ्लाईओवर और ओवरब्रिज के बीच अंतर, बहुत कम लोगों को पता होती है ये जानकारी

आज के आधुनिक युग में जहां वाहनों की संख्या लगातार बढ़ रही है। वहीं सड़कों पर यातायात को सुचारू रूप से चलाने के लिए विभिन्न निर्माण कार्य किए जाते हैं। इसमें फ्लाईओवर और ओवरब्रिज दो ऐसे निर्माण हैं, जो अक्सर....
 

आज के आधुनिक युग में जहां वाहनों की संख्या लगातार बढ़ रही है। वहीं सड़कों पर यातायात को सुचारू रूप से चलाने के लिए विभिन्न निर्माण कार्य किए जाते हैं। इसमें फ्लाईओवर और ओवरब्रिज दो ऐसे निर्माण हैं, जो अक्सर लोगों के बीच कन्फ्यूजन का कारण बनते हैं।

आइए आज हम इन दोनों के बीच के अंतर को समझते हैं और जानते हैं कि इनका उपयोग किन परिस्थितियों में किया जाता है। फ्लाईओवर और ओवरब्रिज दोनों ही आधुनिक यातायात प्रणाली के अनिवार्य अंग हैं।

ये निर्माण न केवल यातायात की सुचारूता को बढ़ाते हैं, बल्कि समय की बचत भी करते हैं। इसलिए इनके बीच का अंतर समझना और उनके उपयोग को जानना महत्वपूर्ण है।

फ्लाईओवर और ओवरब्रिज के बीच का अंतर

फ्लाईओवर और ओवरब्रिज दोनों ही यातायात के प्रवाह को बेहतर बनाने के लिए बनाए गए हैं। लेकिन इन दोनों के उपयोग और उद्देश्य में अंतर होता है।

फ्लाईओवर

फ्लाईओवर मुख्यतः सड़कों पर यातायात की भीड़ को कम करने के लिए बनाए जाते हैं। ये उन जगहों पर बनाए जाते हैं, जहां पर ट्रैफिक जाम की समस्या अधिक होती है या जहां एक सड़क दूसरी सड़क को काटती है। फ्लाईओवर की लंबाई और चौड़ाई उस जगह के यातायात के अनुसार तय की जाती है।

ओवरब्रिज

ओवरब्रिज का निर्माण मुख्य रूप से उन जगहों पर किया जाता है, जहां रेलवे लाइनें सड़कों को काटती हैं। इसका उद्देश्य रेलवे क्रॉसिंग पर यातायात की समस्या को हल करना है। ओवरब्रिज से वाहन सीधे रेलवे लाइन के ऊपर से गुजर सकते हैं, जिससे यातायात में बाधा नहीं आती।