कई सालों से गार्डनिंग करने वाले भी नहीं जानते गमले मे माचिस तीलियां रखने के असली फायदे, असलियत जान लेंगे तो आप भी नहीं करेंगे विश्वास

बिना किसी डेकोरेशन से आप अपने आशियाने को सिर्फ पेड़-पौधे से खूबसूरत बना सकते हैं। इतना ही नहीं पौधे आपके घर के वातावरण और आपकी सेहत को भी बेहतर करने का काम करते हैं।
 

बिना किसी डेकोरेशन से आप अपने आशियाने को सिर्फ पेड़-पौधे से खूबसूरत बना सकते हैं। इतना ही नहीं पौधे आपके घर के वातावरण और आपकी सेहत को भी बेहतर करने का काम करते हैं। इसलिए कई सारे लोग बाहर गार्डन के अलावा अब घर के अंदर भी कई तरह के पौधों को लगाने लगे हैं।

लेकिन पौधों की देखभाल करना बहुत ही मुश्किल है, खासतौर पर यदि आपको गार्डनिंग के टिप्स और ट्रिक्स ना पता हो। ऐसे में पौधों को हरा-भरा रखने के लिए गार्डनिंग में माचिस की तीलियों के फायदों को जानना आपके लिए बहुत मददगार साबित हो सकता है।

माचिस की तीलियां पौधों के लिए क्यों है खास

माचिस की तीलियों पर लगा मसाला फास्फोरस, सल्फर, मैग्नीशियम क्लोरोफिल को मिलाकर तैयार किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि ये रासायनिक तत्व पौधों के लिए कीटनाशक के रूप में काम करते हैं।

पौधों को ऐसे फायदा पहुंचाती हैं माचिस की तीलियां

माचिस की तीलियों पर लगे मसाले में मौजूद फास्फोरस पौधों की जड़ों को मजबूत करने का काम करता है। इसके अलावा इसमें मौजूद सल्फर और मैग्नीशियम क्लोरोफिल पौधों की विकास में मददगार होता है, और इन्हें खराब होने से बचाता है।

ऐसे लगाएं गमले में माचिस की तीलियां

पौधों की ग्रोथ के लिए माचिस की तीलियों को इस्तेमाल बहुत आसान है, लेकिन इसे बहुत ही सावधानी से करने की जरूरत होती है। इसके लिए सबसे पहले गमले की मिट्टी को गीला कर दें।

कुछ घंटों के बाद 8-10 तीलियों को लें फिर इसे मसाले लगे हिस्से की ओर से मिट्टी में कुछ इंच तक दबा दें। ध्यान रखें तीलियां पूरे गमले में चारों तरफ एक-दूसरे से कुछ दूरी पर लगी होनी चाहिए।

इन बातों का रखें ध्यान

आपकी जानकारी के लिए बता दे की एक गमले मे 10 से ज्यादा तीलियों का इस्तेमाल ना करें। और ध्यान रहे की 10-15 दिन से ज्यादा तीलियों को गमले में ना छोड़ें। इस प्रक्रिया को महीने में बस एक बार ही करें। गमले में तीलियां लगे होने पर खाद ना मिलाएं।