हरियाणा में CM खट्टर ने अपना पुश्तैनी मकान किया युवाओं को किया समर्पित, बनाई जाएगी ई-लाइब्रेरी

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) ने अपने पुश्तैनी घर को ग्राम समाज के हवाले कर दिया है। यह उनका रोहतक (Rohtak) के गांव बनियानी में स्थित पैतृक घर है, जिसे उन्होंने सोमवार को गांव के...
 

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) ने अपने पुश्तैनी घर को ग्राम समाज के हवाले कर दिया है। यह उनका रोहतक (Rohtak) के गांव बनियानी में स्थित पैतृक घर है, जिसे उन्होंने सोमवार को गांव के लिए एक लाइब्रेरी (Library) में परिवर्तित करने की घोषणा की।

सीएम मनोहर लाल का यह निर्णय हरियाणा के लोगों के लिए एक मिसाल है कि कैसे व्यक्तिगत संपत्ति (Personal Property) का उपयोग सामाजिक योगदान (Social Contribution) के लिए किया जा सकता है। यह घर अब युवाओं के लिए ज्ञान का स्रोत बनेगा और उनके शैक्षिक विकास में योगदान देगा।

पुश्तैनी घर का गाँव को समर्पण 

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके 200 गज के पैतृक घर को अब गाँव के युवाओं की शिक्षा (Education) और उनके ज्ञानवर्धन के लिए पुस्तकालय में परिवर्तित किया जाएगा। इस जगह पर ई-लाइब्रेरी का निर्माण होगा, जिसे गांव के लोग अपनी सुविधानुसार उपयोग कर सकते हैं।

सीएम मनोहर लाल की भावनात्मक बातें 

रविवार देर शाम रोहतक पहुंचे सीएम ने कहा कि वे अपने पैतृक गांव आकर बहुत खुश हैं। उन्होंने अपने बचपन (Childhood) की यादों को ताजा किया और कहा कि उनका यह पुश्तैनी घर उनके माता-पिता की निशानी है, जिसे वे गांव के काम आने के लिए समर्पित कर रहे हैं।

विधायक गोपाल कांडा की पेशकश 

सिरसा विधायक गोपाल कांडा (Gopal Kanda, MLA) ने हाल ही में सीएम को चंडीगढ़ (Chandigarh) या दिल्ली (Delhi) में फार्म हाउस बनाने की पेशकश की थी, लेकिन सीएम मनोहर लाल ने इसे अस्वीकार करते हुए कहा कि वे अपनी सारी पूंजी “प्रधानमंत्री राहत कोष” (PM Relief Fund) में दान करेंगे।

सीएम के इस कदम का महत्व 

मुख्यमंत्री का यह कदम न केवल उनकी सामाजिक जिम्मेदारी (Social Responsibility) को दर्शाता है, बल्कि यह भारतीय राजनीति में एक अनोखी मिसाल (Unique Example) भी पेश करता है। इससे अन्य नेताओं को भी प्रेरणा मिलेगी और यह सामाजिक उत्थान (Social Upliftment) के लिए एक शक्तिशाली कदम साबित होगा।