हरियाणा के 29 हजार से ज्यादा किसानों को खट्टर सरकार ने दिया 31 करोड़ का फसल मुआवजा, जाने किन किसानों के खाते में कितना आएगा पैसा

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) केंद्र सरकार द्वारा संचालित की जाती है ताकि किसानों को अकेले प्राकृतिक आपदाओं से हुए नुकसान का आर्थिक बोझ नहीं उठाना पड़े।
 

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) केंद्र सरकार द्वारा संचालित की जाती है ताकि किसानों को अकेले प्राकृतिक आपदाओं से हुए नुकसान का आर्थिक बोझ नहीं उठाना पड़े। ऋण लेकर खेती करने वाले किसानों को इस योजना के तहत आर्थिक सहायता दी जाती है, जिससे प्रीमियम का बोझ कम होगा। साथ ही खराब मौसम से बचने के लिए उनकी फसलों को सुरक्षा कवच भी मिलता है। 

केंद्र सरकार इस योजना को प्रत्येक राज्य में राज्य सरकारों के साथ मिलकर लागू करती है। इस योजना के तहत अधिसूचित फसल को प्राकृतिक आपदाओं, कीटों और रोगों से हुए नुकसान के मामले में किसानों को फसल बीमा कवरेज और वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।

साथ ही, पिछले रबी सीज़न 2022-23 में गेहूं, सरसों और जौ की फसल में हुए नुकसान के मुआवज़े के तौर पर हरियाणा सरकार ने राज्य के सात ज़िलों के 29 हजार से अधिक किसानों को 31 करोड़ रुपये से अधिक का फसल बीमा प्रदान किया है।  किसानों के बैंक खातों में सीधे धन भेजा गया है।

लगभग 29,438 किसानों के बैंक खाते में क्लेम पैसा भेजा गया

याद रखें कि पिछले रबी सीजन 2022-23 में राज्य में फरवरी से मार्च तक बेमौसम बारिश और ओला वृष्टि से गेहूं, जौ और सरसों फसलों को बहुत नुकसान हुआ था। बीते दिन, हरियाणा सरकार ने राज्य के सात जिलों के लगभग 29,438 किसानों के बैंक खातों में 31 करोड़ 44 लाख 77 हजार 092 रुपए की क्लेम राशि दी है।

जो बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से फसल नुकसान के एवज में दी गई है। राज्य के हजारों किसान इससे फायदा उठाया है। किसानों का कहना है कि इस राशि से वे गेहूं, सरसों और अन्य रबी फसलों को समय पर खाद और कीटनाशक दे सकेंगे।  

किसानों को लगातार फसल नुकसान का मुआवजा दे रही सरकार

राज्य सरकार को किसानों की चिंता है, राज्य के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा। हमेशा किसानों की आय को बढ़ाना हमारी प्राथमिकता है। इसके लिए किसान-मित्र सरकार राज्य में कई कार्यक्रम भी चला रही है। उनका कहना था कि हमारी सरकार किसानों को हर समय मुआवजा दे रही है।

चाहे प्राकृतिक आपदाओं से फसल खराब हो या उपज का सही भाव नहीं मिल रहा हो। रबी सीजन 2022-23 के दौरान बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से फसलों में हुए नुकसान की भरपाई के लिए किसानों के बैंक खातों में 31 करोड़ रुपए से अधिक की राशि सीधे भेजी गई है।

इन सात जिलों में वितरित किया गया बीमा क्लेम

कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि सिरसा जिले में रबी सीजन 2022-23 के दौरान सबसे अधिक 16.42 करोड़ रुपये किसानों के खाते में भेजे गए हैं। इसके बाद किसानों को मुआवजे की राशि दी गई है।

जो रेवाड़ी में 10.31 करोड़ रुपए, भिवानी में 1 करोड़ 89 लाख रुपए, कुरुक्षेत्र में 1.36 करोड़ रुपए, कैथल में 1.44 करोड़ रुपए, फरीदाबाद में 35,900 रुपए और पंचकूला में 18 हजार रुपए है। 

अब तक करीब 11 हजार करोड़ रुपए का मुआवजा

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की सरकार ने पिछले नौ वर्षों में कई कल्याणकारी निर्णय किए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने 2014 से अब तक लगभग 11 हजार करोड़ रुपए मुआवजे के तौर पर सीधे किसानों के खातों में जमा कराए हैं।

मंत्री ने कहा कि पहले किसान मंडी में अपनी फसल लेकर जाते थे और छह-सात महीनों तक पैसा नहीं मिलता था, लेकिन हमारी सरकार ने ऐसी व्यवस्था बनाई है कि किसानों को अब अपनी फसल बेचने में कोई परेशानी नहीं होगी। हमारी सरकार ने किसानों के बैंक खातों में धन 72 घंटे में पहुंचाया है। 

4 लाख से हेक्टेयर भूमि पर सूक्ष्म सिंचाई कर रहे है किसान

कृषि एवं पशुपालन मंत्री जे पी दलाल ने कहा कि सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली से आज लगभग 4,26,636 हेक्टेयर भूमि सिंचाई हो रही है, जबकि 2014 से पहले हरियाणा में सिर्फ 33,507 हेक्टेयर भूमि सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली के तहत थी। इससे फसलों के उत्पादन में वृद्धि हुई है।