Haryana Govt Scheme: हरियाणा में 45 से 60 साल के व्यक्तियों को 3 लाख रुपए देगी खट्टर सरकार, जाने कैसे मिलेंगे ये पैसे
हरियाणा सरकार (Haryana Government) ने राज्य के गरीब परिवारों (Poor Families) को आर्थिक सहारा प्रदान करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों की शुरुआत की है। 'हरियाणा कार्यक्रम' के नाम से जाने जाने वाले ये कार्यक्रम, गरीब परिवारों को धन दान (Financial Aid) करके उनकी मदद करते हैं, जिससे उन्हें सामाजिक और वित्तीय सुरक्षा (Social and Financial Security) प्रदान की जा सके।
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का सहायता वृद्धि का प्रस्ताव
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज (Health Minister Anil Vij) ने प्रधानमंत्री द्वारा 223 लाभार्थियों के बैंक खातों में 6.36 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए जाने के बाद और अधिक सहायता बढ़ाने का प्रस्ताव रखा।
इस प्रस्ताव में विभिन्न आयु वर्गों के लिए वित्तीय सहायता राशि (Financial Assistance Amount) में वृद्धि की गई है, जिससे अधिक से अधिक परिवारों को लाभ पहुंचाया जा सके।
दयालु योजना: वित्तीय सहायता का एक माध्यम
दयालु योजना (Dayalu Scheme), जो हरियाणा परिवार संरक्षण निधि (Haryana Family Protection Fund) द्वारा चलाई जाती है, 1 लाख 80,000 रुपये की आय वाले परिवार के सदस्य की मृत्यु या 70 प्रतिशत से अधिक विकलांगता (Disability) के मामले में वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
यह योजना गरीब परिवारों को आर्थिक रूप से मदद करती है और उन्हें सामाजिक एवं वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने का एक माध्यम है।
प्रधानमंत्री मनोहर लाल की पहल
प्रधानमंत्री मनोहर लाल (Prime Minister Manohar Lal) की अगुवाई में दयालु योजना में अंत्योदय परिवार के प्रत्येक सदस्य को मृत्यु या विकलांगता की स्थिति में सांत्वना राशि (Consolation Amount) दी जाएगी।
इसके अलावा, विभिन्न बीमा प्रणालियों जैसे कि प्रधान मंत्री सुरक्षा बीमा योजना (Pradhan Mantri Suraksha Bima Yojana) और प्रधान मंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (Pradhan Mantri Jeevan Jyoti Bima Yojana) के फंड भी इस प्रणाली में शामिल किए गए हैं।
समाज के हर वर्ग की सुरक्षा की दिशा में एक कदम
हरियाणा सरकार के ये कार्यक्रम समाज के हर वर्ग की सुरक्षा (Protection of Every Section of Society) और सहायता के लिए एक कदम हैं। यह न केवल गरीब परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान करता है।
बल्कि उन्हें एक बेहतर जीवन जीने की दिशा में मार्गदर्शन (Guidance) भी प्रदान करता है। ऐसे कार्यक्रम समाज में वित्तीय समावेशन (Financial Inclusion) और सामाजिक सुरक्षा की नींव रखते हैं।