यहां कुंवारेपन में बीत रही खूबसूरत लड़कियों की जवानी, मर्दों को देखने के लिए तरसती है गांव की लड़कियां

ब्राजील के नोइवा गांव में एक अद्वितीय समस्या सामने आई है जहां महिलाएं अपने लिए जीवनसाथी ढूँढने में असमर्थ हैं क्योंकि यहां पुरुषों की संख्या बहुत कम है
 

ब्राजील के नोइवा गांव में एक अद्वितीय समस्या सामने आई है जहां महिलाएं अपने लिए जीवनसाथी ढूँढने में असमर्थ हैं क्योंकि यहां पुरुषों की संख्या बहुत कम है. यह गांव अपनी इस अनोखी स्थिति के कारण चर्चा में है. आइए जानते हैं कि इस गांव में महिलाओं को दूल्हा क्यों नहीं मिल पा रहा है और वे इस स्थिति से कैसे निपट रही हैं.

नोइवा गांव

नोइवा गांव जो कि ब्राजील की पहाड़ियों में स्थित है में महिलाओं की बड़ी संख्या है लेकिन पुरुषों की संख्या न के बराबर है. इस विषम लिंगानुपात के कारण महिलाओं के लिए विवाह और पारिवारिक जीवन की स्थापना एक बड़ी चुनौती बन गई है. गांव की ज्यादातर महिलाएं कृषि और पशुपालन में संलग्न हैं और वे अपने कार्य में काफी सक्षम हैं.

पुरुषों का पलायन

इस गांव की मुख्य समस्या यह है कि यहाँ के पुरुष बचपन से ही शिक्षा और रोजगार की तलाश में बड़े शहरों की ओर रुख कर लेते हैं. गांव में बचे कुछ पुरुष भी यहां के पारंपरिक नियमों और कड़ी मेहनत से जी चुराते हैं और वे भी जल्द ही पलायन कर जाते हैं. इस कारण गांव में महिलाओं का बोलबाला है, लेकिन पुरुषों की कमी उनके विवाहित जीवन को प्रभावित करती है.

महिलाओं की पहल और प्रयास

गांव की महिलाएं, विवाह के इच्छुक पुरुषों को आकर्षित करने के लिए, विविध प्रकार के प्रयास कर रही हैं. उन्होंने सामाजिक मीडिया और अन्य प्लेटफॉर्मों पर अपने गांव को प्रचारित करने के लिए अभियान शुरू किए हैं. वे पुरुषों को शादी के लिए आर्थिक प्रोत्साहन भी देने को तैयार हैं.

सामाजिक और आर्थिक चुनौतियाँ

गांव में महिलाओं की बढ़ती संख्या और पुरुषों की कमी के कारण सामाजिक और आर्थिक दोनों ही स्तरों पर चुनौतियाँ उत्पन्न हो रही हैं. पुरुषों की कमी से खेती और अन्य पारंपरिक गतिविधियों में भी प्रभाव पड़ रहा है, जिससे गांव की आर्थिक स्थिति पर असर पड़ रहा है.