Milk Price Hike: दूध की कीमतों में बढ़ोतरी से पशुपालक खुश, अब गाय-भैंस के दूध का होगा ये रेट

भारत में कृषि और दुग्ध उत्पादन ग्रामीण अर्थव्यवस्था के मुख्य स्तंभ हैं. हिमाचल प्रदेश सरकार ने इस क्षेत्र के सशक्तिकरण के लिए विशेष पहल की है
 

Milk Price Hike: भारत में कृषि और दुग्ध उत्पादन ग्रामीण अर्थव्यवस्था के मुख्य स्तंभ हैं. हिमाचल प्रदेश सरकार ने इस क्षेत्र के सशक्तिकरण के लिए विशेष पहल की है जिसके तहत दुग्ध उत्पादकों को अधिक मूल्य दिया गया है. इस पहल से मंडी जिले में दूध प्राप्ति में पिछले वर्ष की तुलना में लगभग दोगुनी बढ़ोतरी हुई है.

दूध में रिकॉर्ड बढ़ोतरी

वित्त वर्ष 2023-24 और 2024-25 के आंकड़ों के मुताबिक चक्कर इकाई ने दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों (cooperative societies) के माध्यम से जुलाई में क्रमशः 10,25,487 किलो और 20,79,678 किलो दूध मिला है. इस तरह की बढ़ोतरी ने राज्य में दुग्ध उत्पादन के नए रिकार्ड बनाए हैं.

दूध के समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी

प्रदेश सरकार ने दूध के न्यूनतम समर्थन मूल्य (minimum support price) में अप्रैल से बढ़ोतरी की है. गाय और भैंस के दूध के लिए यह मूल्य क्रमशः 45 रुपए और 55 रुपए प्रति लीटर कर दिया गया है, जिससे दुग्ध उत्पादकों को उचित मूल्य मिल सके.

दुग्ध सहकारी समितियों का योगदान 

हिमाचल प्रदेश की 216 दुग्ध सहकारी समितियां इस पहल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं. ये समितियां चक्कर इकाई को नियमित रूप से दूध प्रदान करती हैं, जिससे राज्य में दुग्ध उत्पादन में स्थिरता आई है.

स्थानीय नागरिकों की प्रतिक्रिया

स्थानीय नागरिकों ने सरकार के इस निर्णय की सराहना की है. उनके अनुसार, दूध के बढ़े हुए समर्थन मूल्य से न केवल उनकी आय में बढ़ोतरी हुई है बल्कि यह पहल उन्हें और अधिक दुग्ध उत्पादन के लिए प्रेरित करती है.