1 लीटर डीजल में कितने किलोमीटर की एवरेज देती है ट्रेन, एक घंटे का खर्चा जानकर तो लगेगा झटका

भारतीय रेलवे जिसे भारत की जीवनरेखा कहा जाता है विश्व की चौथी सबसे बड़ी रेल नेटवर्क है। हर रोज यह नेटवर्क ढाई करोड़ से अधिक यात्रियों को उनकी मंजिल तक पहुंचाता है। रेलवे ने न केवल देश के कोने-कोने को जोड़ा है बल्कि इसने आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
 

भारतीय रेलवे जिसे भारत की जीवनरेखा कहा जाता है विश्व की चौथी सबसे बड़ी रेल नेटवर्क है। हर रोज यह नेटवर्क ढाई करोड़ से अधिक यात्रियों को उनकी मंजिल तक पहुंचाता है। रेलवे ने न केवल देश के कोने-कोने को जोड़ा है बल्कि इसने आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। हाल के वर्षों में रेलवे स्टेशनों की सुधार गति में बढ़ोतरी और यात्री सुविधाओं जैसे कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं।

डीजल और इलेक्ट्रिक ट्रेनों का मिश्रण

भारतीय रेलवे में जहां एक ओर अधिकांश ट्रेनें इलेक्ट्रिक इंजन से संचालित होती हैं वहीं लगभग 37% ट्रेनें अब भी डीजल इंजन पर निर्भर करती हैं। डीजल इंजन का प्रयोग मुख्यतः उन क्षेत्रों में किया जाता है जहाँ बिजली की आपूर्ति अभी भी चुनौतीपूर्ण है या जहां रेल नेटवर्क नया है।

डीजल ट्रेनों की दक्षता

बहुत से लोग सोचते हैं कि क्या ट्रेनों की भी कोई माइलेज होती है, जैसे कि कार या बाइक में होती है। हर ट्रेन की दक्षता उसके इंजन की क्षमता उस पर लदे सामान के वजन और गति के आधार पर निर्धारित होती है। सामान्यतया एक मानक 12 डिब्बे वाली यात्री ट्रेन एक लीटर डीजल में लगभग 7 से 8 किलोमीटर तक यात्रा कर सकती है। यह दक्षता विभिन्न प्रकार की ट्रेनों में भिन्न हो सकती है।

आगे की राह और सुधार

भारत सरकार और रेल मंत्रालय ने डीजल इंजनों को चरणबद्ध तरीके से कम करने की दिशा में कई पहल की हैं। इसमें बिजली के इंजनों को बढ़ावा देना और नवीन ऊर्जा स्रोतों का प्रयोग शामिल है। इन कदमों से न केवल पर्यावरण की रक्षा होगी, बल्कि ऊर्जा की खपत में भी कमी आएगी।