रामानन्द सागर की रामायण के एक एपिसोड को बनाने में कितना आता था खर्चा, कमाई के मामले में तोड़ डाले थे सारे रिकोर्ड

36 साल पहले सन् 1987 में दूरदर्शन पर प्रसारित हुए रामानंद सागर की रामायण के पात्र आज भी लोगों के लिए इस तरह पूजे जाते हैं मानो वे खुद भगवान हों।
 

36 साल पहले सन् 1987 में दूरदर्शन पर प्रसारित हुए रामानंद सागर की रामायण के पात्र आज भी लोगों के लिए इस तरह पूजे जाते हैं मानो वे खुद भगवान हों। 80 और 90 के दशक में दर्शकों के दिलों पर रामानंद सागर की रामायण का प्रभाव वास्तव में उल्लेखनीय था, जो एक अद्वितीय प्रेम और भावना को जगाता था।

यही कारण है कि आज भी लोग अरुण गोविल और दीपिका चिखलिया में आज भी लोग राम और सीता की छवि देखते हैं। जब भी रामायण का प्रसारण टेलीविजन पर आती है तो लोग चिपक कर बैठ जाते हैं।

ऐसे में क्या आप जानते हैं कि रामानंद सागर द्वारा 80 के दशक में बनाई गई रामायण का बजट कितना था और इसने कितने बजट की कमाई की थी? अगर नहीं तो आइए हम आपको डिटेल में बताते हैं।

एपिसोड को बनाने में कितना खर्च आता था

ऐसे में बात रामानंद सागर द्वारा निर्मित रामायण के बजट की करें तो बता दें कि एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उस वक्त रामायण के 1 एपिसोड को बनाने का खर्च लगभग 9 लाख रुपए था।

रामानंद सागर ने रामायण के हर एपिसोड को पूरी शिद्दत और हर बारीकी को ध्यान में रखते हुए बनाया था। ऐसे में रामानंद सागर की मेहनत खराब नहीं गई, लोगों ने जो प्यार रामायण पर बरसाया उसे शब्दों में बयां कर पाना मुश्किल है।

रामानंद सागर की ‘रामायण’ की कमाई

ऐसे में यह दावा किया जाता है कि इससे होने वाली कमाई 40 लाख तक होती थी। वही पूरी कमाई के आंकड़े तो काफी हैरान करने वाले हैं। रामानंद सागर की रामायण में कुल 35 करोड़ रुपए से ज्यादा की कमाई की थी। बता दे रामानंद सागर की रामायण का हर एपिसोड 35 मिनट का हुआ करता था।

ऐसे में 78 एपिसोड को प्रसारित किया गया था। इस धारावाहिक को लोगों से इतना प्यार मिला था कि लोग इसके प्रसारण को बार बार देखा करते थे। रामानंद सागर के लिए रामायण को शूट करना बिल्कुल भी आसान नहीं था। इसकी शूटिंग में 100 से ज्यादा टेक्नीशियन दिन रात मेहनत करते थे।

तो वही कलाकारों ने भी रामायण के प्रति अपनी भावना के साथ-साथ जी तोड़ मेहनत भी की थी। एक रिपोर्ट के मुताबिक रामायण को शूट करने में 550 दिन लगे थे। इसे गुजरात के उंबरगांव में शूट किया गया था। उंबरगांव में जहां सीरियल शूट किया गया था, वहां गांव वाले अरुण गोविल को भगवान की तरह पूजते थे।

उनके सामने घुटने टेकते थे और नत्मस्तक हो जाते थे। वहीं दीपिका चिखलिया को माता सीता के रूप में जो प्रसिद्धि मिली, वह आज भी जगजाहिर है। इस शो के हर किरदार ने रामायण सीरियल से हर घर में अपनी पहचान खड़ी की थी।

बता दें कोरोना काल के दौरान भारत के अलावा रामायण 55 देशों में टेलीकास्ट की गई थी। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक इस दौरान इसे दुनिया भर में 650 मिलियन से ज्यादा लोगों ने देखा था और इस रिकॉर्ड के साथ रामायण दुनिया का सबसे ज्यादा देखा जाने वाला शो बन गया है।