भारत में एक व्यक्ति कितनी जमीन खरीद सकता है, जाने क्या है सरकारी लिमिट
हर व्यक्ति चाहता है कि वह अपनी भविष्य की पीढ़ियों के लिए कुछ संपत्ति (Property) छोड़ जाए जिसमें जमीन खरीदना (Land Purchase) सबसे आकर्षक निवेश (Investment) का विकल्प माना जाता है। जमीन चाहे किसी भी प्रकार की हो समय के साथ इसका मूल्य वृद्धि होती रहती है।
जमीन खरीदने के नियम और उसकी सीमाएं
भारत में जमीन खरीदने की प्रक्रिया राज्यों के अनुसार भिन्न होती है। कृषि योग्य (Agricultural Land) और गैर-कृषि योग्य भूमि (Non-Agricultural Land) खरीदने के लिए विभिन्न सीमाएँ (Limits) निर्धारित की गई हैं।
जमीन खरीदने में विशेष नियम
एनआरआई (NRI) और ओवरसीज सिटीजंस (Overseas Citizens) के लिए भारत में कृषि योग्य जमीन खरीदने पर प्रतिबंध है। वे विरासत में मिली जमीन को स्वीकार कर सकते हैं लेकिन नई खरीददारी में उनके लिए कुछ प्रतिबंध हैं।
राज्यवार जमीन खरीदने की सीमा
बिहार, गुजरात, केरल, महाराष्ट्र, और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में जमीन खरीदने की सीमा (Limits) निर्धारित है। ये सीमाएँ खेती और गैर-खेती योग्य भूमि के लिए अलग-अलग हैं।
जमीन खरीदने की अधिकतम सीमा
जमीन खरीदने की अधिकतम सीमा तय की गई है ताकि जमीन का समान वितरण सुनिश्चित किया जा सके और जमींदारी प्रथा को रोका जा सके। यह सीमा राज्य के कानूनों (State Laws) के अनुसार भिन्न होती है।
निवेश के लिए विचारणीय बिंदु
जमीन खरीदते समय निवेशकों को न केवल जमीन की सीमा पर विचार करना चाहिए बल्कि उसके कानूनी पहलुओं (Legal Aspects) पर भी ध्यान देना चाहिए। यह सुनिश्चित करें कि जमीन खरीदने की प्रक्रिया नियमों के अनुरूप हो।