यूट्यूब से मिले आइडिया और चमक उठी किसान की किस्मत, विदेशी फल की खेती करके तगड़ी कमाई कर रहा ये किसान

“जहां चाह होती है वहां राह होती है,” कहते हैं। रायबरेली के एक किसान ने इस कहावत को सच कर दिखाया। इस किसान ने यूट्यूब के साथ कुछ ऐसा किया जो लोगों को प्रेरणा दी।
 

“जहां चाह होती है वहां राह होती है,” कहते हैं। रायबरेली के एक किसान ने इस कहावत को सच कर दिखाया। इस किसान ने यूट्यूब के साथ कुछ ऐसा किया जो लोगों को प्रेरणा दी। आज वह इसी से सालाना लाखों रुपए कमाई कर रहा है।

दरअसल रायबरेली जिला मुख्यालय से लगभग 35 किलोमीटर की दूरी पर एक पुराने गांव में रहने वाले किसान राम सागर पांडे ने यूट्यूब पर एक आइडिया से कुछ ऐसा शुरू किया जो उनके जीवन को बदल गया। 2020 तक, रामसागर पांडे ने अपनी पुश्तैनी जमीन पर पारंपरिक खेती की।

किंतु COVID-19 के कारण 2020 के लॉकडाउन के दौरान वह यूट्यूब पर कृषि से जुड़े वीडियो देख रहे थे। उन्होंने ताइवान अमरूद और एप्पल बेर के बारे में एक वीडियो देखा। उन्होंने सोचा कि यह बेहद लाभदायक खेती है, इसलिए क्यों न अपनी जमीन पर एप्पल बेर और ताइवान अमरूद की खेती करें।

उन्होंने इस विचार को आगे बढ़ाते हुए चार एकड़ जमीन पर एप्पल बेर और एक एकड़ जमीन पर ताइवान अमरूद की खेती शुरू की। जिससे आज सिर्फ सालाना लाखों रुपये मिल रहे हैं।

इतनी होती है पौधों के बीच की दूरी

रामसागर पांडे ने बताया कि उन्होंने बाल सिंदूरी बेर, एप्पल बेर और ताइवान पिंक और जैपनीज रेड डायमंड अमरूद की खेती की है। इसकी खेती क्यारी की तरह है।

जिसमें पंक्ति से पंक्ति और पौधे से पौधे के बीच 10 फीट की दूरी होती है। जिससे खेत की साफ-सफाई भी आसानी से की जा सकती है।

इतनी है फसल पर लागत

जैसा कि प्रगतिशील किसान रामसागर पांडे ने बताया, यह फसल एक बार लगाई जाती है और तीन साल तक मुनाफा कमाया जा सकता है। इसमें 1 लाख से 2 लाख रुपए की लागत आती है।

साथ ही बताते है की हर साल 10 से 12 लाख रुपए का मुनाफा मिलता है। वह इसे रायबरेली, लखनऊ, कानपुर और बाराबंकी के बाजारों में बेचते हैं। वह कोलकाता से इसके पौध खरीदते हैं।