ट्रेन में महिला अकेली सफर करती है तो तब रेल्वे देता है ये खास सुविधाएं, हर महिला को पता होनी चाहिए ये जानकारी

हर दिन लाखों लोग भारतीय रेलवे पर सफर करते हैं, जिसे देश का जीवन रेखा कहा जाता है। इसलिए रेलवे भी यात्रियों की हर आवश्यकता को देखता है। लेकिन रेलवे महिलाओं को विशेष सुविधाएं और अधिक लाभ प्रदान करता है।
 

हर दिन लाखों लोग भारतीय रेलवे पर सफर करते हैं, जिसे देश का जीवन रेखा कहा जाता है। इसलिए रेलवे भी यात्रियों की हर आवश्यकता को देखता है। लेकिन रेलवे महिलाओं को विशेष सुविधाएं और अधिक लाभ प्रदान करता है। विशेष परिस्थितियों में ट्रेन में सफर करने वाली महिलाओं के लिए रेलवे के हर कोच में कुछ सीट उपलब्ध हैं।

इसके अलावा, रेलवे महिलाओं के लिए विशेष सुविधाएं प्रदान करता है। रेलवे द्वारा महिलाओं को दी जाने वाली इस विशिष्ट सुविधा के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। रेलवे की ये सुविधाएं सिर्फ महिलाओं को आरक्षित सीट देने से संबंधित हैं। ऐसे में, ट्रेन में अकेले सफर करने वाली महिलाओं को रिजर्वेशन देते समय कुछ विशेष बातों का ध्यान रखा जाता है। क्या सुविधाएँ हैं?

क्या है खास सुविधा?

आपको बता दें कि अगर कोई महिला IRCTC की वेबसाइट या ऐप के माध्यम से ट्रेन के टिकट खरीद रही है, तो उसे उस कम्पार्टमेंट में सीट नहीं मिलेगी जिसमें केवल पुरुष यात्री हैं। जैसे, एक रिजर्वेशन कमरे में छह सीट हैं।

जिसमें से पांच पुरुष यात्री हैं, तो छठी सीट महिला को नहीं दी जाएगी। एक अकेली महिला को उसी कमरे में बैठने की अनुमति दी जाएगी, जिसमें कम से कम एक अन्य महिला बैठी होगी। रेलवे ऐसा महिलाओं की सुरक्षा के लिए करता है।

और क्या है सुविधा?

यदि किसी महिला की उम्र 45 साल से अधिक है तो उसे लोअर बर्थ भी मिलेगा। रेलवे महिलाओं, बुजुर्गों और विकलांगों को यह सुविधा प्रदान करता है। इसके अलावा, किसी महिला को अपने जन्मदिन का टिकट बुक करना पड़ा है तो वह TTE से बात करके इसे बदलवा सकती है।

रेलवे ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ये उपाय किए हैं। रेलवे नियमों के अनुसार, 58 वर्ष की उम्र वाली महिलाओं को हर श्रेणी में टिकट बुकिंग पर 50% की छूट मिलती है।