पिता और भाई प्रॉपर्टी में हिस्सा देने से मना कर दे तो कैसे ले सकते है हक, इस अधिकार का कर सकते है इस्तेमाल
आधार कार्ड आज के युग में भारतीय नागरिकों के लिए एक अनिवार्य पहचान पत्र बन चुका है। यह न केवल पहचान का साधन है। बल्कि कई सरकारी और गैर-सरकारी कार्यों में इसकी आवश्यकता होती है। विशेष रूप से विवाहित महिलाओं के लिए जिन्हें अपने वैवाहिक जीवन में आए परिवर्तनों को आधार कार्ड में अपडेट करवाना पड़ता है।
यह एक विशेष चुनौती प्रस्तुत करता है। सरकार और बैंकिंग संस्थान न केवल पहचान की सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं। बल्कि ग्राहकों को अधिक सुविधा और पहुँच प्रदान करने का प्रयास कर रहे हैं। आधार कार्ड में समय-समय पर अपडेट करवाना इस बढ़ते डिजिटल युग में अपनी पहचान और सेवाओं की पहुँच को बढ़ाता है।
विवाह के बाद आधार में परिवर्तन
जब किसी महिला का विवाह होता है, तो अक्सर उसे अपने सरनेम, पिता के नाम की जगह पति के नाम और स्थाई पते में बदलाव करवाने की आवश्यकता होती है। यह बदलाव उनके नए सामाजिक और कानूनी पहचान को प्रतिबिंबित करता है।
आधार अपडेट प्रक्रिया
आधार कार्ड में बदलाव करवाने की प्रक्रिया सरल है। लेकिन इसके लिए आवश्यक दस्तावेज़ों की जरूरत होती है। इनमें शामिल हैं:
- दस्तावेज़ संग्रहण: नजदीकी आधार सेवा केंद्र पर जाकर आवश्यक फॉर्म भरें और आधार नंबर, मोबाइल नंबर और अन्य जानकारी प्रदान करें।
- आवश्यक दस्तावेज: आधार कार्ड की मूल प्रति, विवाह प्रमाण पत्र, पति का आधार कार्ड और अन्य व्यक्तिगत दस्तावेजों की छायाप्रति।
- बायोमेट्रिक जानकारी: आपके बायोमेट्रिक्स और फोटोग्राफ को अपडेट किया जाएगा।
- शुल्क भुगतान: आधार केंद्र द्वारा ₹50 का शुल्क लिया जाता है।
डिजिटल तरीके से आधार अपडेट
जिन ग्राहकों के बैंक खाते भी आधार से जुड़े हुए हैं। उनके लिए बैंकों ने भी री-केवाईसी की प्रक्रिया को आसान बनाया है। जैसे कोटक महिंद्रा बैंक ने अपने ग्राहकों को मोबाइल ऐप के जरिए री-केवाईसी प्रक्रिया को पूरा करने की सुविधा दी है।