गाड़ी का व्हील एलाइनमेंट बिगड़ चुका है तो तुरंत करवा ले ठीक, इन तरीको से कर सकते है पहचान

जब हम कार खरीदते हैं तो उसकी देखभाल भी उतनी ही महत्वपूर्ण होती है जितना कि उसे खरीदना। नियमित सर्विस, सही तरीके से गाड़ी चलाना और समय-समय पर जरूरी चेकअप कराना गाड़ी को लंबे समय तक बेहतर अवस्था में रखने के लिए आवश्यक हैं।
 

जब हम कार खरीदते हैं तो उसकी देखभाल भी उतनी ही महत्वपूर्ण होती है जितना कि उसे खरीदना। नियमित सर्विस, सही तरीके से गाड़ी चलाना और समय-समय पर जरूरी चेकअप कराना गाड़ी को लंबे समय तक बेहतर अवस्था में रखने के लिए आवश्यक हैं। इसमें व्हील एलाइनमेंट और बैलेंसिंग का सही होना भी शामिल है, जिसे कई बार अनदेखा कर दिया जाता है।

व्हील एलाइनमेंट बिगड़ने के कारण

व्हील एलाइनमेंट और बैलेंसिंग मुख्य रूप से उस समय बिगड़ती है जब गाड़ी असमतल सड़कों पर चलती है या गड्ढों में गिर जाती है। इससे व्हील्स की सेटिंग में गड़बड़ी आ जाती है जिसे ठीक कराना जरूरी होता है। इसकी अनदेखी गाड़ी के टायरों के जल्दी खराब होने की वजह बन सकती है।

व्हील बिगड़ने के संकेत

अगर आप ड्राइविंग के दौरान स्टीयरिंग व्हील में असामान्य कंपन महसूस करते हैं, खासकर जब गाड़ी की गति 60 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक हो, तो यह व्हील एलाइनमेंट और बैलेंसिंग के बिगड़ने का संकेत हो सकता है। इस स्थिति में गाड़ी को तुरंत मैकेनिक के पास ले जाना चाहिए।

नुकसान और उनकी रोकथाम

व्हील एलाइनमेंट और बैलेंसिंग की समस्या को नजरअंदाज करने से न केवल टायर जल्दी खराब होते हैं बल्कि इसका प्रभाव गाड़ी के सस्पेंशन सिस्टम पर भी पड़ता है। यह आगे चलकर शॉक एब्सॉर्बर्स को भी क्षतिग्रस्त कर सकता है, जिससे मरम्मत का खर्च बढ़ जाता है।

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व्हील एलाइनमेंट चेकअप की आवश्यकता

अगर आपकी गाड़ी दिन-प्रतिदिन के उपयोग में है और इसने 5 से 10 हजार किलोमीटर की दूरी तय कर ली है, तो इसे नियमित रूप से व्हील एलाइनमेंट और बैलेंसिंग चेक के लिए मैकेनिक के पास ले जाना चाहिए। यह न केवल गाड़ी के प्रदर्शन को बेहतर बनाएगा बल्कि इसके जीवनकाल को भी बढ़ाएगा।