मच्छर वाली ये मशीन अगर दिन में 8 घंटे चले तो कितने यूनिट बिजली खाएगी, जाने महीने का कितने रूपये एक्स्ट्रा आएगा बिल

भारत में मच्छर एक बड़ी समस्या हैं खासकर गर्मी और बारिश के मौसम में। इस समस्या का सामना करने के लिए बाजार में विभिन्न प्रकार की मच्छर भगाने वाली डिवाइसेस उपलब्ध हैं।
 

भारत में मच्छर एक बड़ी समस्या हैं खासकर गर्मी और बारिश के मौसम में। इस समस्या का सामना करने के लिए बाजार में विभिन्न प्रकार की मच्छर भगाने वाली डिवाइसेस उपलब्ध हैं। ये डिवाइस न केवल प्रभावी होती हैं बल्कि इस्तेमाल में भी आसान होती हैं। इन डिवाइसों में एक विशेष केमिकल होता है जो मच्छरों को आकर्षित करता है और उन्हें मार देता है।

मच्छर मारने वाली डिवाइस का उपयोग न केवल आपको एक स्वस्थ जीवन प्रदान करता है बल्कि यह आपकी जेब पर भी हल्का है। यह देखते हुए कि भारत जैसे देश में मच्छर एक आम समस्या है। इस प्रकार की तकनीक का उपयोग एक स्मार्ट चुनाव है।

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बिजली की खपत पर एक नजर

अधिकांश लोगों को यह गलतफहमी होती है कि मच्छर मारने वाली डिवाइसेस बिजली की बहुत खपत करती हैं। हालांकि वास्तविकता यह है कि ये डिवाइस बहुत कम ऊर्जा का उपभोग करती हैं। आमतौर पर ये डिवाइस 5W या 7W के होते हैं, जो कि एक नाइट लैंप के बराबर होता है।

वास्तविक लागत की गणना

मान लीजिए यदि एक 5W की मच्छर मारने वाली डिवाइस रात भर में 8 घंटे चलती है, तो यह प्रति रात 40W की खपत करेगी। महीने के 30 दिनों के लिए यह केवल 1.2kWh की खपत करेगी। अगर बिजली की दर 9 रुपये प्रति यूनिट है। तो इसकी मासिक लागत केवल 10.8 रुपये होगी। यह राशि नगण्य है जब इसे आपके घरेलू खर्च के संदर्भ में देखा जाता है।

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मच्छर भगाने की डिवाइस का समर्थन क्यों?

इस तरह की डिवाइस का उपयोग करने के कई फायदे हैं। पहला यह व्यक्ति को मच्छर जनित बीमारियों से बचाता है। जैसे कि डेंगू, मलेरिया आदि। दूसरा यह आर्थिक रूप से व्यावहारिक है क्योंकि इसकी लागत काफी कम है। तीसरा यह उपयोग में आसान है और इसे आसानी से कहीं भी स्थापित किया जा सकता है।