घर या जमीन खरीदने जा रहे है तो इन खास बातों का रख लेना ध्यान, वरना हो जाएगा भारी नुकसान

हर किसी का सपना होता है कि उसके पास अपनी खुद की जमीन (Own Land) और मकान हो। यह सपना न केवल एक भावनात्मक सुरक्षा की भावना देता है बल्कि आर्थिक सुरक्षा (Economic Security) का भी प्रतीक है।
 

हर किसी का सपना होता है कि उसके पास अपनी खुद की जमीन (Own Land) और मकान हो। यह सपना न केवल एक भावनात्मक सुरक्षा की भावना देता है बल्कि आर्थिक सुरक्षा (Economic Security) का भी प्रतीक है। लोग अपनी मेहनत की कमाई लगाकर इस सपने को साकार करते हैं।

जमीन और मकान खरीदने की प्रक्रिया में सावधानी बरतने से न केवल धोखाधड़ी से बचा जा सकता है बल्कि अपनी मेहनत की कमाई को भी सुरक्षित रखा जा सकता है। जमीन खरीदने से पहले की जानकारी, दाखिल खारिज की प्रक्रिया और सावधानीपूर्वक कदम उठाने से आपकी प्रॉपर्टी संबंधी सपने सुरक्षित और सफल हो सकते हैं।

प्रॉपर्टी खरीदते समय सावधानी

प्रॉपर्टी की खरीद-बिक्री (Buying and Selling of Property) में बड़ी रकम शामिल होती है, इसलिए इस प्रक्रिया में हमेशा सतर्क रहना चाहिए। एक छोटी सी गलती जीवनभर की कमाई को नुकसान पहुंचा सकती है। विवादित जमीन (Disputed Land) या पहले से लोन पर चढ़ी जमीन खरीदने के मामले अक्सर सामने आते हैं, जिससे खरीदार को बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।

जमीन खरीदने से पहले की जानकारी

झांसी के एडीएम (प्रशासन) अरुण कुमार सिंह के अनुसार, कोई भी जमीन खरीदने से पहले पूरी जानकारी (Complete Information) होनी चाहिए। जमीन की प्रकृति, तहसील से खतौनी की जांच, सब रजिस्टार ऑफिस से जमीन का 12 साल का रिकॉर्ड निकलवाना आदि। यह प्रक्रिया जमीन खरीदने में होने वाली धोखाधड़ी (Fraud) से बचने का एक माध्यम है।

दाखिल खारिज की महत्वपूर्णता

प्रॉपर्टी खरीदने के बाद स्टांप ड्यूटी भरकर रजिस्ट्री (Registry) कराना और फिर दाखिल खारिज (Mutation) करवाना जरूरी है। दाखिल खारिज प्रक्रिया से यह स्पष्ट हो जाता है कि खरीदी गई जमीन पर किसी को कोई आपत्ति नहीं है और खरीदार ही वास्तविक मालिक (Real Owner) है। यह प्रक्रिया प्रॉपर्टी को किसी भी प्रकार के विवाद से बचाने में मदद करती है।