IMD Weather Alert: इन राज्यों में 21 मार्च तक जमकर बरसेंगे बादल, मौसम विभाग ने तेज आँधी के साथ ओलावृष्टि का अलर्ट किया जारी
भारतीय उपमहाद्वीप में मौसम के मिजाज में एक नया बदलाव देखने को मिल रहा है। ओडिशा से लेकर पश्चिम बंगाल और सिक्किम तक एक ट्रफ के निर्माण होने के कारण मौसम विभाग ने इस क्षेत्र में विविध मौसमी परिवर्तनों की भविष्यवाणी की है। इसके साथ ही मराठवाड़ा से कोमोरिन क्षेत्र तक एक अन्य ट्रफ के बनने से मौसम में विभिन्न परिवर्तन संभव हैं।
भारत में मौसम के विविध परिवर्तनों का विस्तृत विश्लेषण दर्शाता है कि प्राकृतिक परिघटनाएँ किस प्रकार विभिन्न क्षेत्रों में जीवन पर प्रभाव डाल सकती हैं। यह मौसम विभाग की भविष्यवाणियों के प्रति सजग रहने और उनके अनुसार उचित तैयारियाँ करने की आवश्यकता को भी रेखांकित करता है।
बारिश और हवाओं की चेतावनी
आगामी दिनों में 17 से 21 मार्च के बीच, पश्चिम बंगाल में छिटपुट बारिश की संभावना है। इसके अलावा 40 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवाएं चलने और कुछ स्थानों पर ओले गिरने की भी आशंका जताई गई है। इस प्रकार के मौसमी बदलाव से कृषि और जनजीवन पर प्रभाव पड़ सकता है।
विस्तारित प्रभाव क्षेत्र
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, विदर्भ और पूर्वी मध्य प्रदेश में भी बारिश के आसार हैं। विशेष रूप से 17-19 मार्च के दौरान इन क्षेत्रों में वर्षा होने की संभावना है। जिससे खेती और दैनिक जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव आ सकते हैं।
तेलंगाना और आंध्र प्रदेश पर भी असर
इसके अलावा तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम में 17 से 21 मार्च के दौरान छिटपुट हल्की वर्षा की संभावना है। केरल में भी 17 और 18 मार्च को बारिश होने की उम्मीद है जो किसानों और आम लोगों के लिए महत्वपूर्ण है।
पूर्वोत्तर भारत में गरज के साथ वर्षा
17 से 22 मार्च के बीच अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में गरज के साथ वर्षा होने की संभावना है। इससे पूर्वोत्तर भारत में जल संचय और कृषि कार्यों में लाभ हो सकता है।
तापमान में वृद्धि और कमी का दौर
वर्तमान में झारखंड, छत्तीसगढ़, बिहार, पश्चिम बंगाल, पूर्वी विदर्भ, तेलंगाना और तमिलनाडु में अधिकतम तापमान सामान्य से 2-3 डिग्री सेल्सियस अधिक है। इसके विपरीत अगले कुछ दिनों में मध्य और पूर्वी भारत में तापमान में कमी आने की संभावना है।
दिल्ली में तापमान
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में न्यूनतम तापमान में गिरावट आई है जो सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस कम है। यह परिवर्तन दिल्ली के निवासियों के लिए एक सुखद अनुभव लेकर आया है।