1934 में बिस्लेरी बोत्तल से भी सस्ती कीमत में आती थी नई साइकिल, 88 साल पुराना बिल इंटरनेट पर हो रहा वायरल

सोशल मीडिया पर हाल ही में वायरल हुए एक रेस्टोरेंट के बिल ने जहां लोगों को 37 साल पीछे ले जाकर चौंका दिया, वहीं अब एक साइकिल के 88 साल पुराने बिल ने भी लोगों को गुजरे जमाने की यादों में डुबो दिया है।

 

सोशल मीडिया पर हाल ही में वायरल हुए एक रेस्टोरेंट के बिल ने जहां लोगों को 37 साल पीछे ले जाकर चौंका दिया, वहीं अब एक साइकिल के 88 साल पुराने बिल ने भी लोगों को गुजरे जमाने की यादों में डुबो दिया है।

एक बिल की कहानी

1934 का यह बिल जिसमें कोलकाता के कुमुद साइकिल वर्क्स से खरीदी गई साइकिल की कीमत मात्र 18 रुपये बताई गई है ने लोगों को उस समय की सादगी और आज की महंगाई के बीच के फर्क को समझने में मदद की है।

साइकिल

साइकिल जो कभी मध्यम वर्गीय परिवारों का सपना हुआ करती थी उसकी कीमत आज बहुत अधिक हो गई है। 'वन चीप साइकिल' के रूप में वर्णित इस साइकिल की खरीद पर लिखा गया बिल आज भी कई लोगों के लिए एक यादगार पल की तरह है।

पुराने और नए जमाने के बीच का फासला

इस बिल ने लोगों को उनके पेरेंट्स और दादा-दादी से सुनी गई कहानियों को याद दिलाया है। सोशल मीडिया पर शेयर की गई यादों में किसी ने अपने पिता जी द्वारा 1977 में 240 रुपये में खरीदी गई 'हिंद-सुपर्ब' साइकिल की मजबूती की बात कही तो किसी ने अपनी पहली साइकिल की कीमत 300 रुपये बताई।

समय के साथ बदलते दाम

इस बिल को शेयर करते हुए, लोगों ने अपनी पुरानी यादों को ताजा किया है। एक यूजर ने बताया कि कैसे उन्होंने साल 1971 में 85 रुपये में साइकिल खरीदी थी, जो उस समय के लिए बहुत बड़ी राशि थी।

वक्त का पहिया

इस बिल की चर्चा ने समय के साथ बदलती कीमतों और जीवनशैली की एक झलक पेश की है। यह बिल न सिर्फ एक साधारण कागज़ का टुकड़ा है, बल्कि उस समय की एक अमूल्य याद है, जिसे देखकर आज भी लोग अतीत में खो जाते हैं।