1934 में चिप्स के पैकेट की क़ीमत से भी सस्ते में मिलती थी साइकिल, 90 साल पुराना बिल देख लोगों ने पकड़ लिया मात्था

जब भी महंगाई चरम पर है, हमें अतीत की याद आने लगती है। मुझे लगता है कि वही समय अच्छा था। तब कीमत इतनी थी। गुजरे जमाने के बिल भी वर्षों तक सुरक्षित रहते हैं।
 

जब भी महंगाई चरम पर है, हमें अतीत की याद आने लगती है। मुझे लगता है कि वही समय अच्छा था। तब कीमत इतनी थी। गुजरे जमाने के बिल भी वर्षों तक सुरक्षित रहते हैं। और जब ये आते हैं, तो हम हैरान हो जाते हैं।

आईएफएस परवीन कासवान ने गेहूं का बिल कुछ दिनों पहले शेयर किया था। जो उनके दादाजी ने खरीद लिया था। तब कीमतें पता चली तो लोग दंग रह गए। अब एक यूजर ने साइक िल का बिल शेयर किया है, जिसे देखकर आपको अपनी आंखों पर भी विश्वास नहीं होगा। 1934 में 18 रुपये की कीमत वाली साइकिल का बिल है।इसे देखकर लोग चकित हैं और अतीत को याद कर रहे हैं।आप भी इसे देखकर आश्चर्यचकित हो जाएंगे।

एक समय था जब साइक िल हर घर का सिर था। आज के लग् जरी कारों की तुलना में साइकिलों की लोकप्रियता बहुत कम है। सुबह-शाम साफ-सफाई की जाती थी। उससे पहले, 10 गांवों में शोर होता था अगर किसी के घर साइकिल आ गया।

उसे एक धनी व्यक्ति माना जाता था। लेकिन साइकिल का दौर और लोगों की इच्छाएँ बदलती गईं। अब बाइक ने उसकी जगह ले ली है। लेकिन एक समय था जब यही साइक िल सिर्फ 18 रुये में मिलता था। अब साइक िल की कीमतें बहुत अधिक हैं। इसकी लागत हजारों में है।

बिल 88 साल पुराना

यह बिल लगभग 88 साल पुराना है, ट्विटर पर पुष्पित मेहरोत्रा नामक एक यूजर ने शेयर किया है। यह दिखाता है कि 1934 में एक व्यक्ति ने साइकिल को सिर्फ 18 रुपये में खरीदा था। लोग इसे देखकर हैरान हैं। यूजर ने पोस्ट के कैप् शन में लिखा, "अभी 18 रुपये में 90 साल पुरानी साइकिल का बिल मिल गया।" उस समय 18 रुपये 1800 रुपये के बराबर होते थे, मेरा मत है। क्या मैं गलत हूँ?पिछले वर्ष 29 नवंबर को इस बिल को साझा किया गया था।