बचपन में लड़कियों जैसी आवाज़ होने के कारण स्कूल के दोस्त बनाते थे मज़ाक़, पर अब टैलेंट को देख हर कोई करता है तारीफ़

सुभोजित डे (Subhojit De), को स्टेज पर लोग रुमोन नाम से जानते हैं और वह पश्चिम बंगाल में वेस्ट मेदिनीपुर में दांतन के पनिथुपिया पड़ोस से आते हैं. सुभोजित की सबसे अच्छी क्वालिटी यह है कि वह एक महिला की आवाज में भी गा सकते हैं.
 

सुभोजित डे (Subhojit De), को स्टेज पर लोग रुमोन नाम से जानते हैं और वह पश्चिम बंगाल में वेस्ट मेदिनीपुर में दांतन के पनिथुपिया पड़ोस से आते हैं. सुभोजित की सबसे अच्छी क्वालिटी यह है कि वह एक महिला की आवाज में भी गा सकते हैं.

इतना ही नहीं, सिंगिंग के अलावा वह एक पेशेवर डांसर भी हैं. ऐसे में उनकी क्वालिटी और भी निखर के आती है. सुभोजीत संगीत के बहुत बड़े शौकीन हैं. उन्होंने अपनी बड़ी बहन को सिंगिंग का प्रैक्टिस करते देख कम उम्र में ही अपने आप गाने रिकॉर्ड करना शुरू कर दिया था.

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सुभोजित की है लड़की की तरह आवाज 

सुभोजित गरीबी से पीड़ित परिवार में पले-बढ़े. अभी वह एक डांस ट्रेनर के रूप में काम करते हैं. परिवार का नेतृत्व उनके पिता असीम डे कर रहे हैं, जो एक किसान हैं. कई प्राइवेट स्कूलों में डांस की शिक्षा देने के अलावा, सुभोजीत ने घर का भी काम संभाला और कई ग्रामीण स्थानों में डांस सिखाया.

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सिंगिंग के अलावा डांसिंग का है शौक

सुभोजित कभी रवींद्र संगीत, कभी लता मंगेशकर समेत कई सिंगर्स के गाने गाते. सुभोजित ने खुद ही गाना सुनना, खुद से संगीत सीखा. एक महिला की आवाज में गाने के कारण उन्हें अपने पड़ोसियों की अपमानजनक टिप्पणी का सामना करना पड़ा. इन सब कुछ के बाद भी सुभोजीत अपने जीवन को सकारात्मक दिशा में बदलने पर तुले हुए हैं.

सुभोजीत ने कहा, "मेरी आवाज जन्म से ही एक महिला की तरह है. लेकिन मैं सिर्फ सुनकर ही नए गाने गा सकता हूं." सुभोजीत के पिता उसकी उपलब्धियों की सराहना कर रहे हैं. उनका मानना है कि उनका बेटा समर्पण और जिम्मेदारी के साथ महानता की ऊंचाइयों तक पहुंचेगा