राजस्थान में इस जगह 515 क्विंटल चूरमे से भगवान को लगाया जाएगा भोग, कड़ाही नही बल्कि JCB की मदद से तैयार होगा प्रसाद
भारत में बहुत से लोग धर्म में विश्वास करते हैं। इस आस्था की वजह से लोग ऐसे-ऐसे काम कर बैठते हैं कि जानकर हैरान होता है। हाल ही में अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान, कई भक्तों ने भगवान को अपने-अपने ढंग से सेवा दी। कोई व्यक्ति कई किलोमीटर पैदल चलकर अयोध्या पहुंचा।
दुनिया की सबसे बड़ी रंगोली बनाई गई। राजस्थान के बहरोड़ में अब छपाला भैरुजी मंदिर के वार्षिकोत्सव में ऐसी ही भक्ति देखने को मिलेगी। भैरुजी मंदिर कोटपूतली बहरोड़ जिले के ग्राम पंचायत के कल्याणपुरा कलां गांव की पहाड़ी पर स्थित है।
30 जनवरी को मंदिर का निर्माण पूरा होगा। यहां बहुत सारे प्रसाद बनाने की योजना है इस अवसर पर। इस वार्षिक उत्सव में बहुत से लोग आने की उम्मीद है। ऐसे में पांच सौ पंद्रह क्विंटल चूरमे भगवान को खिलाया जाएगा। जेसीबी इसे बनाएगा।
एक महीने से चल रही है तैयारी
गांव में इस वार्षिकोत्सव पर लक्खी मेले का आयोजन किया जाता है। ग्रामीणों ने एक महीने से इसकी तैयारी की है। गांव में प्रसाद बनाने में लगभग सौ लोग जुटे हुए हैं।
बाटे करीब दो सौ मीटर लंबे क्षेत्र में सेंके जाएंगे। पांच सौ पंद्रह क्विंटल प्रसाद सिर्फ इसमें बनाया जाएगा। इस मंदिर में पिछले साल साढ़े 300 क्विंटल प्रसाद बनाया गया था।
इस तरह होगा तैयार
मंदिर में लगने वाले भोग में 150 क्विंटल आटे का प्रयोग होगा। इसके अलावा 65 क्विंटल सूजी, 25 क्विंटल देसी घी, 90 क्विंटल चीनी, 17 क्विंटल मावा, तीन से तीन क्विंटल काजू, किशमिश, बादाम, मिश्री और खोपरा का उपयोग किया जाएगा।
मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को 70 क्विंटल दही भी बांटा जाएगा। इस वार्षिकोत्सव में गांव के आसपास के 21 स्कूलों से लगभग पांच हजार विद्यार्थी भाग लेंगे।