इन राज्यों में शादी ब्याह के बीच अब तेज बारिश बनेगी मुसीबत, मौसम विभाग ने इन राज्यों में जारी किया अलर्ट

उत्तर भारत (North India) में शादियों (Weddings) का सीजन अपने चरम पर है, लेकिन बारिश (Rain) ने इसमें व्यवधान डाल दिया है। मौसम विभाग (IMD) की रिपोर्ट के अनुसार, हिमालयी इलाके (Himalayan Region) में....
 

उत्तर भारत (North India) में शादियों (Weddings) का सीजन अपने चरम पर है, लेकिन बारिश (Rain) ने इसमें व्यवधान डाल दिया है। मौसम विभाग (IMD) की रिपोर्ट के अनुसार, हिमालयी इलाके (Himalayan Region) में ताजा पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के चलते वर्षा और हिमपात (Snowfall) की संभावना जताई गई है।

उत्तर भारत में मौसम के बदलाव (Weather Changes) ने शादियों के सीजन को प्रभावित किया है। चाहे बारिश हो या बर्फबारी, इन स्थितियों में तैयारी और सावधानी (Preparation and Caution) बेहद जरूरी है।

ऐसे में, शादी की तैयारियों में जुटे लोगों को मौसम की जानकारी रखते हुए उचित उपाय (Appropriate Measures) करने चाहिए ताकि वे किसी भी प्रकार की अप्रत्याशित स्थिति (Unforeseen Situations) का सामना कर सकें।

मौसम का असर और आगामी अनुमान 

इस विक्षोभ का प्रभाव मुख्य रूप से हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) और उत्तराखंड (Uttarakhand) में देखने को मिलेगा, जहाँ 13 फरवरी को हल्की बरसात और बर्फबारी की संभावना है। हरियाणा (Haryana) और पूर्वी राजस्थान (Eastern Rajasthan) में भी हल्की बारिश के आसार हैं, जिससे शादी की तैयारियों (Wedding Preparations) में व्यवधान पड़ सकता है।

ओडिशा और बंगाल की खाड़ी पर कोहरा और चक्रवाती हवाएँ 

14-15 फरवरी को ओडिशा (Odisha) में घना कोहरा (Dense Fog) और उत्तरी बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) पर चक्रवाती हवाओं (Cyclonic Winds) का प्रभाव उत्तर पूर्वी राज्यों में वर्षा और आंधी (Storm) के रूप में दिखाई दे रहा है।

दिल्ली में मौसम का मिजाज

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) में भी मौसम ने अपना रुख बदला है, जहाँ सुबह का तापमान (Temperature) 11 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है और सापेक्ष आर्द्रता (Humidity) 97 प्रतिशत दर्ज की गई है।

जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी की संभावना

जम्मू-कश्मीर (Jammu & Kashmir) में पश्चिमी विक्षोभ के चलते अगले कुछ दिनों में हल्की से मध्यम बारिश और हिमपात की संभावना है। इससे न केवल शादी के सीजन में व्यवधान पड़ सकता है बल्कि यातायात (Traffic) और दैनिक जीवन पर भी असर पड़ सकता है।