इस जगह लोग प्रोटीन के लिए सांप को चट कर देते है लोग, सांपो की मार्केट में है तगड़ी डिमांड

दुनिया भर में आहार की आदतों में विविधताएँ देखने को मिलती हैं और हाल ही में प्रोटीन के एक अनोखे स्रोत के रूप में सांप के मांस का चलन बढ़ रहा है।
 

protein food snake: दुनिया भर में आहार की आदतों में विविधताएँ देखने को मिलती हैं और हाल ही में प्रोटीन के एक अनोखे स्रोत के रूप में सांप के मांस का चलन बढ़ रहा है। यह प्रवृत्ति जो पश्चिमी देशों में असामान्य प्रतीत होती है, एशिया के कुछ हिस्सों में तेजी से स्वीकार्य होती जा रही है जहां लोग न केवल पारंपरिक मांस के ऑप्शन की तलाश कर रहे हैं बल्कि स्वास्थ्य और पोषण के लाभों के लिए भी इसे अपना रहे हैं।

प्रोटीन के स्रोत के रूप में सांप

प्रोटीन हमारे शरीर के लिए अत्यावश्यक होता है जो मांसपेशियों की मरम्मत बोन डेंसिटी और हार्मोन्स के संतुलन में मदद करता है। जहाँ विश्व के कई हिस्सों में लोग मटन, चिकन और मछली जैसे सामान्य स्रोतों से प्रोटीन प्राप्त करते हैं वहीं कुछ देशों में सांप के मांस का सेवन इसके अनूठे स्वाद और कम संतृप्त वसा सामग्री के कारण बढ़ रहा है। वियतनाम और थाईलैंड जैसे देशों में सांप का मांस लोकप्रिय होता जा रहा है और इसे विभिन्न व्यंजनों में पकाया जा रहा है।

स्वास्थ्य लाभ और वैश्विक रुझान

शोध से पता चलता है कि सांप का मांस चिकन के समान मात्रा में प्रोटीन प्रदान करता है लेकिन इसमें कम वसा होती है और यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम रखने में मदद करता है। इसके अलावा सांप के मांस की तैयारी और सेवन से जुड़े अनोखे स्वाद को अनेक लोग आकर्षक मानते हैं जिससे इसकी मांग में बढ़ोतरी हो रही है।

पारिस्थितिकी और संस्कृति

पर्यावरणीय स्थिरता और पशु कल्याण के मुद्दों के साथ सांप के मांस के व्यावसायिक उत्पादन और उपभोग के तरीके समाज में विवाद का विषय भी बन सकते हैं। फिर भी कई संस्कृतियों में यह प्रथा सदियों से चली आ रही है और इसे आधुनिक आहार प्रथाओं में भी शामिल किया जा रहा है।