भारत के इस राज्य में शराब पीने के मामले में लड़कों से भी आगे है लड़कियां, नाम सुनकर तो आप भी नही कर पाएंगे यकीन

लंबे समय से यह मिथक रहा है कि महिलाएं शराब नहीं पीतीं या अगर पीती भी हैं तो बहुत कम मात्रा में पीती हैं। हालांकि हाल के वर्षों में यह धारणा बदल रही है। जिस तरह पुरुषों के समान ही महिलाएं हर क्षेत्र में बराबरी की होड़....
 

लंबे समय से यह मिथक रहा है कि महिलाएं शराब नहीं पीतीं या अगर पीती भी हैं तो बहुत कम मात्रा में पीती हैं। हालांकि हाल के वर्षों में यह धारणा बदल रही है। जिस तरह पुरुषों के समान ही महिलाएं हर क्षेत्र में बराबरी की होड़ में हैं वैसे ही शराब पीने के मामले में भी वे पीछे नहीं हैं।

एक खास प्रदेश की महिलाओं में तो शराब पीने की दर सबसे ज्यादा देखी गई है जो केंद्र सरकार के आंकड़ों से प्रमाणित है। ये आंकड़े न केवल महिलाओं में बढ़ती शराब पीने की प्रवृत्ति को दर्शाते हैं बल्कि यह भी बताते हैं कि समाज में लैंगिक समानता की दिशा में कैसे परिवर्तन हो रहे हैं।

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हालांकि इसके साथ ही यह चुनौती भी उपस्थित करता है कि स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता और नशा मुक्ति के प्रयासों में कैसे सुधार किया जा सकता है ताकि समाज के हर वर्ग की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

अरुणाचल प्रदेश में आगे है महिलाएं 

केंद्र सरकार द्वारा 2019 से 2022 के बीच आयोजित नेशनल फैमिली एंड हेल्थ सर्वे (NFHS-5) में खुलासा हुआ है कि भारतीय महिलाओं में शराब पीने की प्रवृत्ति में वृद्धि हुई है। इस सर्वे के अनुसार अरुणाचल प्रदेश में 15 वर्ष से अधिक उम्र की लगभग 24 प्रतिशत महिलाएं शराब का सेवन करती हैं जो कि देश में सबसे अधिक है।

देशव्यापी आंकड़े और तुलना

अरुणाचल प्रदेश के बाद सिक्किम में शराब पीने वाली महिलाओं की संख्या भी काफी उच्च है जहाँ 16 फीसदी महिलाएं नियमित रूप से शराब पीती हैं। वहीं भारत में औसतन 15 वर्ष से अधिक उम्र की 1.03 फीसदी महिलाएं शराब पीती हैं जिनमें 1.6 फीसदी महिलाएं ग्रामीण इलाकों से और 0.6 फीसदी महिलाएं शहरी इलाकों से हैं।

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पिछले आंकड़ों का महत्व

यदि इतिहास में जाएं तो 2019 में केंद्रीय राज्य मंत्री रत्नलाल कटारिया ने बताया था कि देश में 1.50 करोड़ महिलाओं को नशे की लत है। यह संख्या इस बात का प्रमाण है कि महिलाओं में शराब पीने की प्रवृत्ति पहले से ही बढ़ रही है और यह कोई नई घटना नहीं है।