इस गांव में जंगली तेंदुआ हर रात को आता है गाय से मिलने, प्यार के कर्ज की कहानी आपका दिल जीत लेगी

साल 2002, महीना अक्टूबर, अंतोली गांव के लोगों के सोने का समय तब से बदल गया है जब से रात में एक गाय और तेंदुआ मिलने लगे। रोज ये गाय के पास आता। आकर बैठ जाता। कुछ घंटों बाद वापस चला जाता।
 

साल 2002, महीना अक्टूबर, अंतोली गांव के लोगों के सोने का समय तब से बदल गया है जब से रात में एक गाय और तेंदुआ मिलने लगे। रोज ये गाय के पास आता। आकर बैठ जाता। कुछ घंटों बाद वापस चला जाता। गाय उसे चाटती, मानों वो उसकी मां हो, वो उसके कान, उसकी गर्द को चाटती और उसे प्यार करती।

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गाय के गले भी लग जाता था तेंदुआ

यहां तक कि ये तेंदुआ गाय के गले भी लग जाता था। वो बिलकुल उसके पास बैठता। हालांकि, गाय से थोड़ी दूर ही बकरियां बंधी होती थी पर तेंदुए ने कभी उनपर हमला नहीं किया।

ऑनफॉरेस्ट.कॉम नाम की वेबसाइट पर इस तेंदुए और गाय की कहानी लिखी गई है। उनके मुताबिक, तेंदुआ जब भी आता तो आसपास के कुत्ते भौंकने लगते। यहां तक कि गाय के भी कान खड़े हो जाते। यहां तक कि जब आसपास लोग दिखते तो तेंदुआ फरार हो जाता।

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क्या बोले वन विभाग वाले?

वन अधिकारी एच एस सिंह के मुताबिक, कई दफा जानवरों के व्यवहार में बदलाव आ जाते हैं। इस केस में संभवत: ये तेंदुआ पहले कभी इस गाय के पास आता होगा, तो ही इसे वो गाय याद है।