Income Tax Raid: इनकम टैक्स अधिकारियों ने जब बाराती बनकर मारी थी ये बड़ी रेड, विभाग ने बरामद की 390 करोड़ की प्रॉपर्टी

इनकम टैक्स विभाग (Income Tax Department) द्वारा अनूठे तरीके से की गई छापेमारी की घटनाएँ अक्सर फिल्मों में देखने को मिलती हैं, जैसे कि 'स्पेशल 26'. लेकिन 2022 में वास्तविकता में घटित एक ऐसी ही घटना...
 

इनकम टैक्स विभाग (Income Tax Department) द्वारा अनूठे तरीके से की गई छापेमारी की घटनाएँ अक्सर फिल्मों में देखने को मिलती हैं, जैसे कि 'स्पेशल 26'. लेकिन 2022 में वास्तविकता में घटित एक ऐसी ही घटना ने सभी को चौंका दिया, जब अधिकारियों ने बाराती बनकर एक बड़ी रेड (Income Tax Raid) को अंजाम दिया।

इनकम टैक्स विभाग की इस छापेमारी ने न केवल बेनामी संपत्ति को उजागर किया, बल्कि टैक्स चोरी (Tax Evasion) के खिलाफ एक मजबूत संदेश भी दिया। इस घटना ने सिद्ध किया कि किसी भी अवैध गतिविधि को अंजाम देने वालों को कानून के हाथों से बच पाना मुश्किल है।

बेनामी संपत्ति का पर्दाफाश

इस रेड में महाराष्ट्र के जलाना में दो प्रमुख व्यापारियों पर निशाना साधा गया, जहाँ लगभग 250 इनकम टैक्स अधिकारियों (Income Tax Officers) ने हिस्सा लिया। इस रेड में लगभग 390 करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति (Benami Property) का पर्दाफाश हुआ।

अफसरों की अनोखी रणनीति

रेड की सफलता के लिए अधिकारियों ने एक अनोखी रणनीति अपनाई। उन्होंने बारातियों का वेश धारण किया और इसे बिल्कुल गुप्त रखा गया। इस रेड को बारात की आड़ में अंजाम देने के लिए, 120 गाड़ियों को नासिक से जलाना भेजा गया। गाड़ियों पर "राहुल संग अंजली" के स्टीकर चिपकाए गए थे, और अधिकारी शादी में जाने वाले कपड़े पहनकर पहुंचे।

बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी

जांच में पता चला कि इन व्यवसायियों ने न केवल कर्मचारियों के नाम पर लॉकर (Lockers) खुलवाए थे, बल्कि फर्जी ट्रांजेक्शन (Fake Transactions) के माध्यम से करोड़ों रुपये की कर चोरी भी की थी। रेड के दौरान विभिन्न स्थानों पर एक साथ कार्रवाई करते हुए अधिकारियों ने जेवर, पैसे और महत्वपूर्ण दस्तावेज़ (Documents) जब्त किए।

छापेमारी का नतीजा

7 दिनों तक चली इस छापेमारी में अधिकारियों ने जालना, औरंगाबाद, नासिक, मुंबई, और पुणे में कुल 20 से अधिक स्थानों पर रेड की। इस दौरान 390 करोड़ रुपये की बेनामी और बेहिसाब संपत्ति का पता चला, जिसमें 58 करोड़ रुपये नकद और 14 करोड़ रुपये की ज्वेलरी शामिल थी।