भारत में इस जगह चलती है देश की सबसे सुस्त ट्रेन, 5 घंटे में तय करती है महज 45 किलोमीटर

जब भारत (India) में बुलेट ट्रेन (Bullet Train) की चर्चा जोरों पर है, जो 300 किमी प्रति घंटे (Km per hour) की गति से चलने का वादा करती है वहीं तमिलनाडु (Tamil Nadu) के नीलगिरि पर्वतों (Nilgiri Mountains) में एक ऐसी ट्रेन भी है जो अपनी धीमी गति के लिए जानी जाती है।
 

जब भारत (India) में बुलेट ट्रेन (Bullet Train) की चर्चा जोरों पर है, जो 300 किमी प्रति घंटे (Km per hour) की गति से चलने का वादा करती है वहीं तमिलनाडु (Tamil Nadu) के नीलगिरि पर्वतों (Nilgiri Mountains) में एक ऐसी ट्रेन भी है जो अपनी धीमी गति के लिए जानी जाती है। नीलगिरि माउंटेन रेलवे (Nilgiri Mountain Railway), जिसे देश की सबसे आलसी ट्रेन कहा जाता है नौ किमी प्रति घंटे की रफ्तार (Speed) से चलती है और 46 किमी का सफर पांच घंटे में पूरा करती है।

एक अनूठी यात्रा का अनुभव

इस ट्रेन की यात्रा तमिलनाडु के मेट्टूपलयम (Mettupalayam) से शुरू होकर पहाड़ी शहर ऊटी (Ooty) तक जाती है। इस दौरान, यह ट्रेन 16 सुरंगों (Tunnels), 250 पुलों (Bridges) और 208 घुमावदार मोड़ों (Curves) से गुजरती है, जो यात्रियों को पश्चिमी घाट (Western Ghats) के मनमोहक दृश्यों का अनुभव कराती है। यही कारण है कि इस ट्रेन में सफर करना पूरी तरह पैसा वसूल (Value for Money) माना जाता है।

विश्व धरोहर में शामिल

नीलगिरि माउंटेन रेलवे को यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज (UNESCO World Heritage) का दर्जा प्राप्त है। इसकी शुरुआती योजना 1854 में रखी गई थी लेकिन भौगोलिक चुनौतियों (Geographical Challenges) के कारण इसका निर्माण 1891 में शुरू हुआ और 1908 में यह मीटर गेज सिंगल ट्रैक रेलवे (Meter Gauge Single Track Railway) लाइन के रूप में पूरी हुई।

यात्रा की विस्तृत जानकारी

इस ट्रेन की सुबह की सेवा मेट्टूपलयम से सुबह 7:10 पर शुरू होती है और दोपहर 12 बजे ऊटी पहुंचती है। वापसी में यह दोपहर 2 बजे ऊटी से चलती है और शाम 5:35 बजे मेट्टूपलयम पहुंचती है। इसके मार्ग में कुनूर (Coonoor), वेलिंगटन (Wellington), अरावनकाडू (Aravankadu), केट्टी (Ketti) और लवडेल (Lovedale) जैसे स्थान आते हैं।

भारतीय रेलवे की अनूठी विरासत

नीलगिरि माउंटेन रेलवे भारतीय रेलवे (Indian Railways) की एक अनूठी विरासत है जो आधुनिकता और पारंपरिकता (Tradition) के बीच की कड़ी को मजबूती से जोड़ती है। यह ट्रेन न केवल यात्रियों को अद्वितीय प्राकृतिक सौंदर्य (Natural Beauty) का अनुभव कराती है, बल्कि यह भारतीय रेल के इतिहास (History) और विरासत को भी दर्शाती है। इस ट्रेन की यात्रा न केवल एक सफर है, बल्कि एक यादगार अनुभव (Memorable Experience) है, जो प्रत्येक यात्री के दिल में बस जाता है।