UP News: यूपी के इंडस्ट्रीयल पार्कों में युवाओं को मिलेगा बंपर रोजगार, ढाई लाख से ज्यादा लोगों को मिलेगी नौकरी
उत्तर प्रदेश धीरे-धीरे भारत का एक प्रमुख औद्योगिक हब बनने की दिशा में अग्रसर है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश ने औद्योगिक विकास में महत्वपूर्ण प्रगति की है जिससे रोजगार के नए अवसर भी सृजित हो रहे हैं। विशेष रूप से ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (जीबीसी 4.0) के तहत उत्तर प्रदेश में किए गए निवेश ने राज्य को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है।
उत्तर प्रदेश में औद्योगिक पार्क्स के स्थापना से यह स्पष्ट होता है कि प्रदेश औद्योगिक प्रगति और रोजगार सृजन की दिशा में नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। योगी सरकार की इस पहल से प्रदेश के विकास की नई इबारत लिखी जा रही है जो निश्चित ही उत्तर प्रदेश के उज्ज्वल भविष्य की ओर इशारा करती है।
प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क्स का योगदान
प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क्स उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास में एक क्रांतिकारी बदलाव ला रहे हैं। इन पार्कों के माध्यम से किए गए निवेश से प्रदेश में लगभग 14,634 करोड़ रुपए के निवेश के साथ 2.70 लाख लोगों के लिए रोजगार के अवसर सृजित हो रहे हैं। कानपुर नगर में एकल औद्योगिक पार्क से ही 2.5 लाख रोजगार की संभावना एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
विविध जनपदों में विकास की नई राहें
हरियाणा सरकार ने जीबीसी 4.0 के तहत बागपत बाराबंकी बरेली चंदौली गाजियाबाद हापुड़ मेरठ सहारनपुर और शाहजहांपुर जैसे कई जनपदों में इंडस्ट्रियल पार्क्स स्थापित किए हैं। इससे न केवल औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा बल्कि स्थानीय निवासियों को रोजगार के नए अवसर भी प्राप्त होंगे।
कानपुर औद्योगिक विकास का केंद्र
कानपुर नगर में मेगा लेदर क्लस्टर डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के माध्यम से 5850 करोड़ रुपए की लागत से बड़ा औद्योगिक पार्क स्थापित किया जा रहा है। इस पार्क से 2.5 लाख लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है जो कि प्रदेश में रोजगार सृजन के मामले में एक रिकॉर्ड है।
रोजगार के नए अवसर
उत्तर प्रदेश में इंडस्ट्रियल पार्क्स के निर्माण से न केवल औद्योगिक विकास हो रहा है बल्कि लाखों लोगों को रोजगार के नए अवसर भी मिल रहे हैं। यह प्रदेश के विकास की नई दिशा को दर्शाता है और योगी सरकार की औद्योगिक विकास की दिशा में प्रतिबद्धता को भी प्रमाणित करता है।