फोन में टाइमपास करने की जगह शुरू कर सकते है ये कमाल का बिजनेस, हर महीने की कर सकते है 60 हजार तक की कमाई

आजकल मशरूम की खेती (Mushroom Farming) काफी चर्चा में है। यह एक ऐसी खेती है जिसे कम जगह (Space) में किया जा सकता है और इससे अच्छी खासी कमाई (Income) भी होती है।
 

आजकल मशरूम की खेती (Mushroom Farming) काफी चर्चा में है। यह एक ऐसी खेती है जिसे कम जगह (Space) में किया जा सकता है और इससे अच्छी खासी कमाई (Income) भी होती है। खासकर युवाओं (Youth) में इस खेती के प्रति उत्साह (Enthusiasm) काफी देखने को मिल रहा है।

क्योंकि मौजूदा समय में मशरूम की कीमत (Price) काफी अच्छी है, जिससे किसानों को इस ओर आकर्षित (Attracted) किया जा रहा है। मशरूम की खेती एक ऐसा व्यवसाय है जिसमें कम निवेश के साथ बड़ा मुनाफा कमाया जा सकता है।

यह खेती न केवल आर्थिक (Economic) लाभ प्रदान करती है बल्कि पर्यावरण (Environment) के अनुकूल भी है। यदि आप भी कम जगह में खेती करके अच्छी कमाई करने की सोच रहे हैं, तो मशरूम फार्मिंग आपके लिए एक उत्तम विकल्प साबित हो सकता है।

खेती की शुरुआत और लागत

मशरूम फार्मिंग एक ऐसा व्यवसाय (Business) है जिसे बहुत कम निवेश (Low Investment) के साथ शुरू किया जा सकता है। इसके लिए न तो बड़े फार्म की जरूरत होती है और न ही अधिक उपकरणों (Equipment) की। मात्र ₹5000 की लागत (Cost) से शुरू की गई इस खेती से मात्र 45 दिनों में ही अच्छी आमदनी प्राप्त की जा सकती है।

खेती की प्रक्रिया

मशरूम फार्मिंग की प्रक्रिया (Process) अक्टूबर से मार्च के बीच की जाती है। इस खेती के लिए गेहूं या चावल के भूसे (Straw) की जरूरत होती है, जिसमें खाद की दुकान से मिलने वाले केमिकल (Chemicals) को मिलाकर कंपोस्ट (Compost) तैयार किया जाता है। तैयार कंपोस्ट को छायादार स्थान पर रखकर बीज (Seeds) लगाए जाते हैं।

मुनाफे की संभावनाएं

मशरूम की खेती से लागत के मुकाबले 10 गुना तक मुनाफा (Profit) कमाया जा सकता है। लगभग 45 दिनों में मशरूम तैयार हो जाते हैं और बाजार में बेचकर अच्छी कमाई की जा सकती है। इस बिजनेस से जुड़े लोगों को अपनी लागत (Investment) का दस गुना तक लाभ होता है।

सफल खेती के लिए टिप्स

मशरूम की खेती में सफलता (Success) पाने के लिए तापमान (Temperature) और नमी (Humidity) पर विशेष ध्यान देना पड़ता है। इस खेती के लिए 15 से 20 डिग्री सेल्सियस का तापमान और 80 से 90 प्रतिशत नमी आवश्यक होती है। अच्छी क्वालिटी का कंपोस्ट (Quality Compost) और बीज का चुनाव करना भी बहुत महत्वपूर्ण है।