क्या सच में पुराने टीवी में छिपा होता है सोना, TV को तोड़ने से पहले जान लो सच्चाई

सोशल मीडिया की दुनिया में रोज़ाना नई-नई सामग्रियां वायरल होती हैं जिनमें से कुछ तो बेहद आकर्षक और अविश्वसनीय होती हैं। इनमें से बहुत सी जानकारियां ऐसी होती हैं जिन पर विश्वास कर पाना खुद में एक चुनौती होती है।

 

सोशल मीडिया की दुनिया में रोज़ाना नई-नई सामग्रियां वायरल होती हैं जिनमें से कुछ तो बेहद आकर्षक और अविश्वसनीय होती हैं। इनमें से बहुत सी जानकारियां ऐसी होती हैं जिन पर विश्वास कर पाना खुद में एक चुनौती होती है।

हालांकि अक्सर ये दावे लोगों को अपनी ओर खींचते हैं और उन्हें यकीन दिलाते हैं कि ये सत्य हो सकते हैं। एक ऐसा ही दावा है कि पुराने टेलीविजन सेटों को तोड़ने से सोना निकलता है जो कि आजकल सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।

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क्या सच में टीवी से सोना निकलता है?

वायरल होने वाले वीडियो में दिखाया गया है कि कैसे पुराने टीवी को तोड़ने पर उसमें से सोना निकल रहा है। यह विचार सुनने में जितना रोमांचक है वास्तविकता में उतना ही असंभव है। दरअसल टीवी और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में मुख्यतः कॉपर और अन्य धातुएं इस्तेमाल होती हैं जिनका रंग सोने जैसा हो सकता है लेकिन वे सोना नहीं होते।

इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में धातु का उपयोग

टीवी एयर कंडीशनर पंखे और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस में कॉपर का इस्तेमाल होता है क्योंकि यह बिजली का अच्छा संवाहक होता है। कॉपर बिजली प्रवाह को बढ़ावा देता है और इसका प्रयोग विभिन्न विद्युत सर्किटों और बोर्डों में किया जाता है।

वायरल वीडियो की हकीकत

इंस्टाग्राम और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर वायरल हो रहे वीडियो में दिखाए गए 'सोने' की हकीकत असल में कॉपर है जिसे सोना बताकर प्रस्तुत किया गया है। ऐसे वीडियो अक्सर व्यूज़ और लाइक्स बटोरने के लिए बनाए जाते हैं। ये वीडियो लोगों को भ्रमित कर सकते हैं और गलत सूचना फैला सकते हैं।

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सोशल मीडिया पर सजगता बरतें

इस प्रकार के वायरल वीडियो और दावों को सच मानने से पहले यह आवश्यक है कि उपयोगकर्ता सजग रहें और विश्वसनीय स्रोतों से जानकारी की पुष्टि करें। ऐसी जानकारियों पर विश्वास करने से पहले उन्हें ठीक से जाँच लेना चाहिए कि कहीं वे गलत जानकारी के शिकार तो नहीं हो रहे।

सोशल मीडिया पर आजकल जो कुछ भी वायरल होता है उसकी सच्चाई को जाने बिना उस पर भरोसा करना न सिर्फ भ्रामक हो सकता है बल्कि कभी-कभी हानिकारक भी साबित हो सकता है।