बेडमिंटन खेलने के लिए इस्तेमाल होने वाली को बनाने में लगती है बहुत मेहनत, जाने एक शटलकॉक को बनाने में कितना आता है खर्चा

भारत में कई तरह के गेम खेलने की आदत है। क्रिकेट को हर कोई पसंद करता है, चेस को कोई नहीं। आजकल, बच्चों का ज्यादातर समय इंडोर गेम्स खेलने में बीतता है, लेकिन कुछ लोग बैडमिंटन खेलना पसंद करते हैं।
 

भारत में कई तरह के गेम खेलने की आदत है। क्रिकेट को हर कोई पसंद करता है, चेस को कोई नहीं। आजकल, बच्चों का ज्यादातर समय इंडोर गेम्स खेलने में बीतता है, लेकिन कुछ लोग बैडमिंटन खेलना पसंद करते हैं। इस गेम में आपको दो लोगों की जरूरत होती है।

ताकि आप एक शटलकॉक को हर जगह फेंक सकें। जब शटलकॉक गिरता है, तो पॉइंट लूज होता है। गेम के दौरान शटलकॉक अक्सर लोगों से छुप जाता है। हमारे लिए ये सिर्फ एक शटलकॉक है, लेकिन इसे बनाने की प्रक्रिया देखकर आपको पता चलेगा कि कितनी मेहनत लगती है।

ऐसे वीडियो जो कुछ बनाते हैं, लोगों को सोशल मीडिया पर बहुत पसंद आते हैं। शटलकॉक की मेकिंग का वीडियो आजकल सोशल मीडिया पर बहुत लोकप्रिय हो रहा है। जिस शटलकॉक के गुम होने पर हमें बहुत खेद नहीं है, उसे बनाने में बहुत मेहनत लगती है। यह काम बहुत कठिन है और बहुत समय लगता है।

इस तरह बनाया जाता है

शटलकॉक बनाने के लिए चिड़ियों के पंख एकत्र किए जाते हैं। इसके बाद इन्हें पैरों से अच्छे से रौंदकर धोना चाहिए। इसे पहले पानी से धोकर मशीन में सुखाया जाता है, फिर धूप में सुखाया जाता है। कारीगर पंखों को अपने हाथों से बेस में चिपकाते हैं जब वे पूरी तरह से सूख जाते हैं।

इनकी कटिंग की जाती है, फिर धागे से सिला जाता है। इन्हें एक बॉक्स में फिक्स करके शेप किया जाता है। आपका शटलकॉक कड़ी मेहनत और कई चरणों से तैयार होता है।

हैरान हुए लोग

इस वीडियो को इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर शेयर किया गया जब यह सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसे देखकर लोग हैरान हो गए। किसी को यकीन नहीं हुआ कि एक साधारण शटलकॉक बनाने में कितना समय लगता है।

एक व्यक्ति ने कमेंट में कहा कि अब वह शटलकॉक को कभी नहीं फेकेगा। वहीं, एक यूजर ने कहा कि वह पहले सोचा था कि यहां नूडल्स बनाए जा रहे हैं, लेकिन यह शटलकॉक था। इस वीडियो को अभी तक लाखों लोगों ने देखा है।