जाने इन्वर्टर में कितने महीने के बाद जरुर डाल लेना चाहिए पानी, वरना हो सकता है लाखों का नुकसान

बिजली की आवाजाही एक सामान्य समस्या है जिससे निपटने के लिए बहुत से लोग अपने घरों में इन्वर्टर का इस्तेमाल करते हैं। इन्वर्टर की उपयोगिता उसकी बैटरी पर निर्भर करती है इसलिए इन्वर्टर बैटरी की नियमित देखभाल बेहद आवश्यक है। बैटरी में समय-समय पर पानी डालना उसकी देखभाल का एक प्रमुख हिस्सा है।

 

बिजली की आवाजाही एक सामान्य समस्या है जिससे निपटने के लिए बहुत से लोग अपने घरों में इन्वर्टर का इस्तेमाल करते हैं। इन्वर्टर की उपयोगिता उसकी बैटरी पर निर्भर करती है इसलिए इन्वर्टर बैटरी की नियमित देखभाल बेहद आवश्यक है। बैटरी में समय-समय पर पानी डालना उसकी देखभाल का एक प्रमुख हिस्सा है।

इन्वर्टर बैटरी में पानी डालने का महत्व

इन्वर्टर बैटरी में पानी का स्तर नियंत्रित रखना जरूरी है क्योंकि पानी की कमी से बैटरी गर्म हो सकती है और इसकी पॉवर में बढ़ोतरी होती है। बैटरी का नियमित रूप से चेकअप करने से इसकी लाइफ लंबी होती है और यह बेहतर परफॉरमेंस करती है। इससे इन्वर्टर की ओवरऑल कार्यक्षमता में भी सुधार होता है।

पानी डालते समय ध्यान रखने योग्य बातें

इन्वर्टर बैटरी में पानी डालते समय कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए:

पानी के प्रकार

इन्वर्टर बैटरी में हमेशा डिस्टिल्ड वाटर का उपयोग करें। नल का पानी या RO का पानी अशुद्धियाँ और खनिज ले सकता है जो बैटरी के प्लेट्स को खराब कर सकते हैं।

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पानी का स्तर

बैटरी में पानी हमेशा निर्धारित स्तर तक ही भरें। न तो ज्यादा और न ही कम। अधिक पानी होने से बैटरी के एसिडिक बैलेंस में गड़बड़ी हो सकती है और कम पानी होने पर बैटरी ओवरहीट हो सकती है।

बैटरी देखभाल में सावधानियां

बैटरी में पानी डालते समय सुरक्षा उपायों को प्राथमिकता दें। बैटरी के वायर्स और कनेक्शन्स को चेक कर लें कि वे ठीक से जुड़े हुए हैं और किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ है। वायरिंग में कोई खराबी बैटरी को आगे चलकर बड़ी समस्या में डाल सकती है।