स्टेशन छोड़ो अब घर बैठे भी बुक कर सकेंगे जनरल और प्लेटफार्म टिकट, 2 मिनट में हो जाएगा आपका काम

भारतीय रेलवे को भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी कहना बिलकुल उचित है। यह न केवल प्रतिदिन लाखों यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाता है। बल्कि व्यापारिक सामग्रियों के परिवहन में भी इसकी अहम भूमिका है।
 

भारतीय रेलवे को भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी कहना बिलकुल उचित है। यह न केवल प्रतिदिन लाखों यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाता है। बल्कि व्यापारिक सामग्रियों के परिवहन में भी इसकी अहम भूमिका है। हालांकि इसकी विशालता और महत्व के बावजूद रेलवे में यात्रा कई बार विभिन्न चुनौतियों से भरी होती है।

खासकर टिकटिंग प्रक्रिया को लेकर। भारतीय रेलवे ने टेक्नोलॉजी के माध्यम से अपनी सेवाओं को और अधिक यात्री-अनुकूल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इससे न केवल यात्री का समय बचता है। बल्कि यात्रा के दौरान उनकी सुविधा और सुरक्षा में भी वृद्धि होती है।

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टिकट बुकिंग की समस्या और समाधान

रेलवे स्टेशनों पर टिकट के लिए लंबी कतारें यात्रियों के समय और ऊर्जा की बर्बादी का कारण बनती हैं। इस समस्या के निदान के लिए भारतीय रेलवे ने मोबाइल फोन के माध्यम से टिकट बुकिंग की सुविधा प्रदान की है। जिससे यात्री घर बैठे ही अपनी यात्रा की टिकट आसानी से बुक कर सकते हैं।

UTS एप का परिचय और इस्तेमाल

UTS एप भारतीय रेलवे द्वारा लांच की गई एक मोबाइल एप्लिकेशन है। जो यात्रियों को उनकी मोबाइल लोकेशन से 20 किलोमीटर के दायरे में आने वाले स्टेशनों से अनारक्षित और प्लेटफॉर्म टिकट बुक करने की सुविधा देती थी। हालांकि अब इस दायरे की सीमा को हटा दिया गया है। जिससे यात्री भारत के किसी भी स्टेशन से कहीं से भी टिकट बुक कर सकते हैं।

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प्लेटफार्म और अनारक्षित टिकट की बुकिंग प्रक्रिया

टिकट बुक करने के लिए यात्री को सबसे पहले UTS एप को अपने मोबाइल में इंस्टॉल करना होता है। एप में रजिस्ट्रेशन के बाद यात्री प्लेटफार्म टिकट और अनारक्षित टिकट के विकल्पों को चुन सकते हैं।

इसके बाद स्टेशन का नाम, यात्रा की तिथि और यात्रियों की संख्या दर्ज करके भुगतान की प्रक्रिया पूरी करनी होती है। भुगतान के बाद टिकट सीधे यात्री के मोबाइल स्क्रीन पर उपलब्ध हो जाती है। जिसे वे यात्रा के समय रेलवे अधिकारियों को दिखा सकते हैं।