नोएडा की तरह यूपी के इस शहर में बनेगा इंडस्ट्रीयल एरिया, इन 4 जिलों के लोगों की हो जाएगी मौज
यूपी के पूर्वांचल में नोएडा की तरह औद्योगिक गलियारा बनेगा। मिर्जापुर, चंदौली और सोनभद्र जिलों को वाराणसी केंद्रित गलियारा से जोड़ा जाएगा। चारों जिलों को इससे बहुत लाभ होगा। इसका खाका वाराणसी राज्य योजना में नीति आयोग द्वारा बनाया जा रहा है। PMO की पहल पर वाराणसी को देश का सबसे बड़ा पर्यटन केंद्र बनाने और उसे औद्योगिक क्षेत्र से जोड़ने का रीजनल प्लान (NCR) बनाया जा रहा है। नीति आयोग इसके लिए उत्तरदायी है।
योजना, वाराणसी सहित आसपास के सात जिलों को जोड़ते हुए, कंसल्टेंट कंपनी मैकेंजी की मदद से बनाई जा रही है। पड़ोसी जिलों को वहां के प्रमुख उद्योगों और विशिष्ट उत्पादों के माध्यम से इसमें जोड़ा जाएगा। मिर्जापुर, चंदौली और सोनभद्र में औद्योगिक पार्क बनाने का खाका बनाया जा रहा है।
इन जिलों में बड़े क्षेत्रफल वाली जमीन पर्याप्त रूप से उपलब्ध है। उसके अधिग्रहण में कोई समस्या नहीं होगी। योजना में फोरलेन और सिक्सलेन भी शामिल हैं जो इन जिलों को जोड़ेंगे। अलग-अलग औद्योगिक कॉरिडोर इनके किनारे बनाए जाएंगे।
सोनभद्र में सोलर पावर स्टेशन की योजना
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मिर्जापुर में पत्थर और कारपेट, सोनभद्र में सोलर प्लांट और पर्यटन और चंदौली में कृषि उत्पादों का गलियारा बनाया जाएगा। चंदौली और गाजीपुर में औद्योगिक पार्क, पर्यटन केंद्र और लॉजिस्टिक हब का विकास होगा।
प्रयागराज और भदोही में कारपेट उद्योग और परिवहन कॉरिडोर का प्रस्ताव बनाया जा रहा है। इसे वाराणसी-रांची-कोलकाता और प्रयागराज-वाराणसी-बक्सर-हावड़ा राष्ट्रीय राजमार्गों से जोड़ा जाएगा। रेल फ्रेट कॉरिडोर के किनारे परियोजनाओं को आकार देने की परिकल्पना तैयार की गई है।
जौनपुर में मैन्युफैक्चरिंग हब
जौनपुर में पत्थर निर्माण और नवाचार हब का प्रस्ताव बनाया जा रहा है। जौनपुर से कई राजमार्ग अयोध्या, लखनऊ, गोरखपुर और नेपाल सीमा से जुड़ते हैं। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के माध्यम से जौनपुर से गाजीपुर और बलिया होते हुए बिहार तक सीधा संपर्क होगा।