एक अप्रैल से इस राज्य में शराब की कीमतों में होगी बढ़ोतरी, लागू होगी नई आबकारी नीति

प्रदेश में आने वाले एक अप्रैल से नई आबकारी नीति का आगाज होने जा रहा है। इस नई नीति के तहत शराब के दामों में एक बड़ा परिवर्तन किया जा रहा है। चाहे वह पौव्वा हो या बोतल हर एक की कीमत में 10 से 200 रुपये तक...
 

प्रदेश में आने वाले एक अप्रैल से नई आबकारी नीति का आगाज होने जा रहा है। इस नई नीति के तहत शराब के दामों में एक बड़ा परिवर्तन किया जा रहा है। चाहे वह पौव्वा हो या बोतल हर एक की कीमत में 10 से 200 रुपये तक की वृद्धि की जा रही है। इस बदलाव के पीछे का उद्देश्य प्रदेश में आबकारी विभाग के लिए निर्धारित 11,000 करोड़ रुपये के राजस्व लक्ष्य को पूरा करना है।

सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने पर नियंत्रण

हाल के वर्षों में सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने की प्रवृत्ति में खासा उछाल देखा गया है। इससे निपटने के लिए प्रदेश सरकार ने अहाता पद्धति को फिर से लागू करने का निर्णय लिया है। इस पद्धति के अंतर्गत विशेष जगहों पर शराब पीने की अनुमति होगी।

जिससे सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने की प्रवृत्ति में कमी आएगी। इस दिशा में पहला कदम उठाते हुए। अहाता संचालन के लिए टेंडर भी जारी किए जा चुके हैं।

देसी शराब के बाजार में सुधार

प्रदेश सरकार ने देसी शराब के सिंडीकेट को समाप्त करने के लिए भी महत्वपूर्ण कदम उठाया है। पांच से दस नए सप्लायरों के साथ अनुबंध किए गए हैं। जिससे शराब के बाजार में विविधता और प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी। इस कदम से उपभोक्ताओं को अधिक विकल्प मिलेंगे और गुणवत्तापूर्ण शराब की उपलब्धता में सुधार होगा।

शराब के शौकीन प्रदेशवासी

सामाजिक न्याय व आधिकारिता मंत्रालय की एक रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश में करीब 35 प्रतिशत निवासी शराब का सेवन करते हैं। नई आबकारी नीति से न केवल शासन के राजस्व में वृद्धि होगी।

बल्कि देसी शराब की दुकानों में दो की जगह पांच से दस प्रकार के नए ब्रांड भी उपलब्ध होंगे। इससे उपभोक्ताओं के पास अधिक विकल्प होंगे और शराब के शौकीन लोगों को नई विविधताएँ मिलेंगी।