Manali Tourism: मनाली के इस हिस्से में बिना भीड़भाड़ के एंजॉय कर सकते है स्नोफॉल, इन 3 खूबसूरत जगहों को देखकर हो जाएगा दिल खुश

जनवरी में हिल स्टेशनों पर घूमना सबसे अच्छा है क्योंकि इस महीने अधिक ऊंचाई वाले अधिकांश स्थानों पर बर्फ़बारी होती है। टूरिस्ट इस महीने उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के सुंदर हिल स्टेशनों पर घूमने की योजना बनाते हैं।
 

जनवरी में हिल स्टेशनों पर घूमना सबसे अच्छा है क्योंकि इस महीने अधिक ऊंचाई वाले अधिकांश स्थानों पर बर्फ़बारी होती है। टूरिस्ट इस महीने उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के सुंदर हिल स्टेशनों पर घूमने की योजना बनाते हैं। विंटर सीजन ट्रैवल के लिए सबसे अच्छा है। हर कोई बस घूमने की योजना बनाता है। ठंड में लोग पहाड़ों पर घूमना चाहते हैं।

यही कारण है कि दिसंबर, जनवरी और फरवरी के महीने में हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड की सड़कें पर्यटकों से भरी होती हैं। ठंड में यहां इतनी भीड़ होती है कि लोगों ने जाने का कार्यक्रम ही कैंसिल कर दिया। लेकिन अब ऐसा करने की आवश्यकता नहीं है।

यदि आप मनाली जा रहे हैं, तो हम आपको कुछ ऐसे स्थानों के बारे में बताएंगे जहां बहुत कम लोग होते हैं। यहां आप अकेले अपने दोस्तों या पार्टनर के साथ खूब मस्ती कर सकते हैं और अच्छी तस्वीरें भी ले सकते हैं।

मलाणा- Malana In Manali

मनाली से लगभग दो घंटे की दूरी पर स्थित इस स्थान को पार्वती घाटी भी कहा जाता है। यहां लोग ट्रैकिंग करते हैं, इसलिए भीड़ कम होगी। मलाणा ट्रेकर्स के लिए अच्छा स्थान है। चारों तरफ बर्फ से घिरे पहाड़ी पर घूमना बहुत मनोरंजक होगा। यह गांव पार्वती घाटी में हिमालयी क्षेत्र में है।

पाटिल कुहल- Patlikuhal In Manali

यह नाम भले ही अजीब लग रहा हो, लेकिन यह घूमने के लिए सर्वश्रेष्ठ स्थान है। आपने कृष की फिल्म का गाना "आओ सुनाओ प्यार की कहानी" अवश्य सुना होगा। लेकिन आपने कभी सोचा है कि यह स्थान कहां है?

आपको हैरान होगा कि यह स्थान मनाली से लगभग 27 मिनट की दूरी पर है। जब मनाली के बर्फ (Snowfall In Manali) में भारी भीड़ मस्ती कर रही होगी, आप इस स्थान पर जाकर मौसम का आनंद ले सकते हैं। हिमाचल प्रदेश में यह सबसे अलग स्थानों में से एक है।

सोयल- Soyal (Soil) Village In Manali

मनाली से बस 37 मिनट की दूरी पर है। पर्यटकों ने इस स्थान को स्वर्ग कहा है। यहां बहुत कम लोग होंगे क्योंकि अधिकांश लोग इस बारे में नहीं जानते हैं। झरने के बीच पड़े पत्थर पर बर्फ गिरना आपको बहुत अच्छा लगेगा।

स्थानीय लोगों का मानना है कि इस गांव से एक बार दूध की धारा बहती थी। मनाली से सोयल पहुंचने का एकमात्र तरीका गाड़ी है। फिर आपको कुछ पैदल चलना होगा। इस गांव की नदियां, ऊंचे पेड़ और स्वच्छ आसमान आपकी थकान दूर करेंगे।